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बीजेपी सांसद और सिनेस्टार रह चुके शत्रुघ्न सिन्हा ने नोटबंदी को लेकर अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है. उन्होंने प्रधानमंत्री के डिमोनेटाइजेशन के कदम को तो सही बताया, लेकिन इसकी तैयारियों पर सवाल खड़े किए.
अपनी ही पार्टी से शत्रुघ्न सिन्हा की नाराजगी किसी से छुपी नहीं है. समय-समय पर वो अपनी पार्टी के नेताओं और सरकार पर निशाना साधते रहते हैं.
जब अरुण जेटली पर कीर्ति आजाद ने डीडीसीए में घोटाले के आरोप लगाए थे, तब भी शत्रुघ्न ने खुले तौर पर आजाद का समर्थन किया था.
पार्टी लाइन के विपरीत जाते हुए शत्रुघ्न सिन्हा ने छात्र नेता कन्हैया कुमार का भी समर्थन किया था. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा था कि जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने कोई राष्ट्रविरोधी बातें नहीं की थीं, न ही उन्होंने संविधान के विरोध में कुछ कहा था. इस मामले पर बिहार बीजेपी अध्यक्ष ने उनसे इस्तीफे की भी मांग की थी.
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