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शेयर बाजार: 1000 प्वाइंट टूटा Sensex,कोरोना के बढ़ते मामलों का असर

बीते चार दिनों में शेयर बाजार लगातार लाल निशान में बंद हुआ है.

क्विंट हिंदी
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Sensex down by more than 1000 points in big sell-off
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Sensex down by more than 1000 points in big sell-off
(फोटो : istock)

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भारतीय शेयर बाजार में बड़ी बिकवाली देखी जा रही है. सेंसेक्स और निफ्टी बेंचमार्क इंडेक्स 2% नीचे व्यापार कर रहे हैं. BSE का इंडेक्स सेंसेक्स 2 बजकर 15 मिनट के अनुसार करीब 1050 प्वाइंट्स जबकि NSE निफ्टी लगभग 300 प्वाइंट्स नीचे है. माना जा रहा है कि इस बिकवाली की बड़ी वजह हाल में कोरोना वायरस के केसों में देखी गई बढ़ोतरी है. कोरोना के केसों में बढ़ोतरी के बाद महाराष्ट्र के कुछ शहरों में कुछ पाबंदियां भी लगाई गई हैं.

कारोबार की कुछ अहम बातें-

  • कमजोरी से सेंसेक्स 50,000 के स्तर के नीचे आ गया है. इसी तरह गिरावट से निफ्टी भी 14,750 के नीचे फिसल गया.

  • सेंसेक्स के 30 में से 27 शेयर लाल निशान में व्यापार कर रहे हैं. वहीं निफ्टी के 50 में से 41 शेयरों में कमजोरी है.

  • सेंसेक्स पैक में सर्वाधिक कमजोरी महिंद्रा एंड महिंद्रा, टेक महिंद्रा, डॉ रेड्डी लैब्स के शेयरों में हैं. इन स्टॉक्स में कमी 4% से अधिक की है. इसके अलावा ऐक्सिस बैंक, लार्सन, मारुती सुजुकी, इत्यादि भी बड़ी गिरावट के साथ निशान में व्यापार कर रहे हैं.

  • मेटल को छोड़कर सारे सेक्टर के शेयरों में बड़ी गिरावट देखी जा रही है. निफ्टी IT, ऑटो और रियल्टी इंडेक्सों में कमी 2% से अधिक की है. निफ्टी बैंक, फार्मा, एनर्जी, FMCG इंडेक्स 1.5% के करीब कमजोर हुए है.

  • मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्सों में भी बेंचमार्क इंडेक्सों की तरह ही कमजोरी दिख रही है. निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स करीब 1.5% जबकि स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 1.20% की कमी के साथ व्यापार में है.

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क्या है मार्केट में बड़ी गिरावट की वजह?

बाजार में गिरावट की कई अहम वजहे हैं. कोरोना के हाल में बढ़ते मामलों से निवेशकों की चिंता बढ़ गई है. लगातार उछाल से बाजार हाल के दिनों में नई ऊचाईयों पर भी पहुंचा है. बाजार को इस स्तर पर काफी ओवरवैल्यूड माना जा रहा है. विदेशी बाजारों से कमजोर और मिश्रित संकेतों से भी बेयर्स (bears) को बाजार में मदद मिल रही है. US में लांग टर्म बांड यिल्ड में भी लगातार उछाल दिखी है जिससे निवेशकों में महंगाई और बाजार के ओवरवैल्यूड होने संबंधी चिंताएं बढ़ गई है.

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