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शिवसेना ने बीजेपी से दोस्ती तोड़ने का एलान किया है. पार्टी ने 2019 लोकसभा और विधानसभा चुनाव में अकेले उतरने का फैसला किया है. शिवसेना का ये रुख बीजेपी के लिए बड़ा झटका है. केंद्र के साथ महाराष्ट्र सरकार में शिवसेना एनडीए सरकार में शामिल है.
दोनों दलों के बीच लंबे वक्त से अनबन चल रही थी. लेकिन मंगलवार को शिवसेना नेताओं ने दोस्ती तोड़ने का एलान कर दिया. शिवसेना के नेता और उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने दावा किया है कि पार्टी अकेले दम पर चुनाव लड़ेगी साथ ही जीतेगी भी.
शिवसेना नेता संजय राउत ने मंगलवार को मुंबई में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में एनडीए से अलग होकर आने वाले चुनावों में अकेले उतरने का प्रस्ताव रखा, जिसे सभी सदस्यों ने एक मत से मंजूर कर लिया. संजय राउत ने प्रस्ताव पेश करते हुए कहा कि बीजेपी ने पिछले तीन सालों में शिवसेना को निराश किया है.
उद्धव ठाकरे ने क्या कहा, यहां सुनिए
राउत ने कहा कि पार्टी साल 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों में से कम से कम 25 सीटें जीतेगी. और विधानसभा चुनाव में कुल 288 सीटों में से कम से कम 125 सीटों पर जीत हासिल करेगी.
शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में अगले कार्यकाल के लिए अध्यक्ष पद चुनने के लिए आंतरिक चुनाव हो रहा है. उद्धव ठाकरे का निर्विरोध निर्वाचित होना तय माना जा रहा है, क्योंकि उनके खिलाफ किसी ने भी नामांकन नहीं भरा है.
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में एनडीए से अलग होने के फैसले के बाद पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने बैठक को संबोधित किया. ठाकरे ने कहा कि शिवसेना सभी राज्यों में हिंदुत्व के लिए चुनाव लड़ेगी.
उद्धव ठाकरे ने पीएम मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, ‘पीएम खुद को पंत प्रधान कहते हैं. वह विदेशों में घूमते हैं. वह इजरायल के पीएम को अहमदाबाद ले गए, श्रीनगर के लाल चौक पर लेकर क्यों नहीं गए? उन्होंने श्रीनगर में रोडशो क्यों नहीं किया? क्या उन्होंने लाल चौक पर तिरंगा फहराया? हमारे मन में पीएम के प्रति सम्मान खत्म हो चुका है.’
ठाकरे ने कहा, ‘नितिन गडकरी महाराष्ट्र आए. यहां उन्होंने तैनात नेवी के जवानों को अपमानित किया. सशस्त्र बलों के जवान ही ऐसे हैं, जिनके पास वाकई में 56 इंच का सीना है. आप उन जवानों का अपमान कैसे कर सकते हैं?’
शिवसेना के अकेले चुनाव में जाने के ऐलान के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की प्रतिक्रिया आई है. बीजेपी नेता और सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि फिलहाल शिवसेना बीजेपी की सहयोगी है.
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे और युवा नेता आदित्य ठाकरे को भी संगठन में अहम जिम्मेदारी दी गई है. राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में आदित्य ठाकरे को नेता बनाया गया है. शिवसेना में अध्यक्ष के बाद नेता पद बड़ा माना जाता है, पार्टी में फिलहाल 9 लोग ही इस पद पर काबिज हैं.
आदित्य ठाकरे सबसे कम कम उम्र में पार्टी के नेता बने हैं. आदित्य के पास अब तक युवा सेना अध्यक्ष का कार्यभार था.
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