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आदिवासी अधिकार कार्यकर्ता स्टेन स्वामी की मौत को लेकर शिवसेना सांसद संजय राउत ने पार्टी के मुखपत्र 'सामना' में मोदी सरकार को घेरा है. संजय राउत ने कहा कि स्टेन स्वामी की 'जेल में हत्या हुई'.
राउत ने सामना के अपने वीकली कॉलम 'रोकटोक' में वर्तमान सरकार की तुलना इंदिरा गांधी सरकार से की, जिसने जॉर्ज फर्नांडिस पर सरकार गिराने की साजिश रचने का आरोप लगाया था.
राउत ने अपने कॉलम में ये भी कहा कि यलगार परिषद में दिए गए भड़काऊ भाषणों का समर्थन नहीं किया जा सकता. लेकिन, उसके बाद जो हुए वो सिर्फ अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को दबाने की साजिश थी. क्या जंगलों में आदिवासी लोगों को उनके अधिकारों और स्वतंत्रता के प्रति जागरूक करने का मतलब देश को उखाड़ फेंकने की साजिश है?
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