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अलीगढ़ में गाजियाबाद के एक मंदिर के पुजारी नरसिंहानंद के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों ने पुलिस पर गाली-गलौज करने का आरोप लगाया है. अलीगढ़ में मुस्लिम समुदाय के लोग पैगंबर मोहम्मद और देश के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम पर पुजारी नरसिंहानंद की आपत्तिजनक टिप्पणी के खिलाफ विरोध कर रहे थे. प्रदर्शन कर रहे लोगों ने दावा किया है कि मौके पर मौजूद सब-इंस्पेक्टर ने लोगों को विरोध प्रदर्शन से रोकते हुए भद्दी गालियां दीं.
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र राजा भैया ने क्विंट को बताया कि 9 अप्रैल को दोपहर ढाई बजे के करीब क्षेत्रीय मुस्लिम समुदाय के लोग जुमे की नमाज के बाद जमालपुर ईदगाह पर इकट्ठा हुए. उन्होंने कहा, ‘हमारा मकसद था कि हम यति नरसिंहानंद द्वारा पैगंबर मोहम्मद और पूर्व राष्ट्रपति कलाम पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी का विरोध करें और प्रशासन को ज्ञापन देकर कड़ी कार्रवाई की मांग करें.”
SI श्रवण कुमार से जब क्विंट ने इस मामले पर प्रतिक्रिया जाननी चाही, तो उन्होंने कहा कि लोग पोस्टर पर जूते-चप्पल मार रहे थे, जिसे पुलिस ने रोकने की कोशिश की. उन्होंने कहा, “वह लोग पोस्टर पर जूते-चप्पल मार रहे थे और फोटो खिंचवा रहे थे. ये सब चलता रहा, जबतक पुलिस नहीं थी. दूसरे समुदाय के लोग आपत्ति करेंगे कि आप जूता-चप्पल क्यों मार रहे हैं. इससे बेमतलब की बात जाती. इसलिए हमने रोकने का प्रयास किया.”
क्विंट ने गाली देने के आरोप पर उनसे सवाल किया, तो SI ने इससे इनकार कर दिया. उन्होंने कहा, “गाली का कोई इस्तेमाल नहीं किया गया, और भी लोग थे जो पीछे से दे रहे थे. उन लोगों ने ज्ञापन दिया था, जिसे CO साहब ने ले लिया.”
मुस्लिम सुमदाय के लोगों ने SI के बर्ताव के खिलाफ जांच की मांग की है. राजा भैया ने बताया,
राजा भैया ने क्विंट को बताया कि SI के खिलाफ कार्रवाई की मांग के लिए उन्होंने DGP उत्तर प्रदेश और DIG आगरा रेंज को भी शिकायत पत्र भेजा है. राजा ने कहा कि अगर SI श्रवण कुमार के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है तो वो कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे.
मुस्लिम समाज के लोग गाजियाबाद के मंदिर के प्रमुख पुजारी नरसिंहानंद के विवादित टिप्पणी का विरोध कर रहे हैं. राजा भैया ने कहा कि नरसिंहानंद सुर्खियों में रहने के लिए आए दिन भड़काऊ बयानबाजी करते हैं.
अलीगढ़ CO अनिल समानिया ने इस मामले पर कहा, “AIMIM के लोगों द्वारा जमालपुर ईदगाह पर एक ज्ञापन दिया गया था. ज्ञापन देते समय कुछ नोकझोंक हो गई थी. उसी बात को लेकर राजा भैया और चार लोगों द्वारा एक प्रार्थनापत्र दिया गया है, जिसकी जांच कर जरूरी कार्रवाई की जाएगी. ये मामला सिविल लाइन थाना का है.”
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