Qलखनऊ: BJP ने शुरू की 2019 की तैयारी, बड़ा विमान हादसा टला

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विमान का अगला पहिया रनवे पर ही निकला

लखनऊ के चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट पर रियाद के ‌लिए उड़ान भरने जा रहे विमान का अगला पहिया रन-वे पर ही निकल गया. पायलट की सूझबूझ से हादसा होने से बच गया. विमान में खराबी आने की खबर मिलते ही एयरपोर्ट पर हड़कंप मच गया.

आनन-फानन इंजीनियरों को बुलाया गया लेकिन घंटों मशक्कत के बाद भी उसकी खराबी दूर नहीं की जा सकी. बीच रन-वे पर विमान खराब होने के कारण लखनऊ आने वाले कई विमान एयरपोर्ट पर नहीं उतर सके, जबकि यहां से जाने वाले कई विमान उड़ान भी नहीं भर सके. उधर काफी देर तक खराबी दूर ना होने से नाराज विमान के यात्रियों ने जमकर हंगामा काटा. जिस पर विमान को रस्सी से खींचकर रनवे से हटाया गया. इस दौरान लगभग पांच घंटे तक विमानों का आवागमन पूरी तरह ठप रहा.

पढ़ें पूरी खबर: अमर उजाला

मुख्यमंत्री योगी पर चल रहा मुकदमा वापिस लेगी यूपी सरकार

उत्तर प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित कई अन्य नेताओं पर दर्ज मुकदमे वापस लेने का निर्णय लिया है. इस संबंध में प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक की अनुमति के बाद सरकार की ओर से आदेश जारी कर दिया गया. विधानसभा में यूपीकोका बिल को लेकर जारी बहस के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि जनप्रतिनिधियों सहित राजनीतिक लोगों के खिलाफ तमाम राजनीतिक मुकदमे दर्ज हो जाते हैं. 106/107 सहित कई केस ऐसे होते हैं, जिनके दर्ज होने का पता तब चलता है जब वारंट आता है.

अयोध्या में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ(फोटो: रॉयटर्स)

ऐसे मामलों में कई बार गैर जमानती वारंट जारी हो जाते हैं. राज्य सरकार ऐसे 20 हजार मुकदमों को समाप्त करने जा रही है, जिसके बाद 21 दिसंबर को ही उप्र दंड विधि (अपराधों का शमन और विचारणों का उपशमन) (संशोधन) विधेयक, 2017 भी पेश कर दिया. राज्यपाल की अनुमति मिलने के बाद सरकार की तरफ से प्रदेश भर के जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि नेताओं के खिलाफ दर्ज राजनीतिक मुकदमों को वापस लेने की कार्यवाही शुरू कर दी जाए. गोरखपुर जिलाधिकारी को भी एक पत्र भेज कर 1995 में दर्ज मुकदमा वापस लेने के लिए कोर्ट में आवेदन करने के लिए निर्देशित किया गया है.

गोरखपुर के पीपीगंज थाने में योगी आदित्यनाथ, राकेश सिंह पहलवान, कुंवर नरेंद्र सिंह, समीर कुमार सिंह, शिवप्रताप शुक्ला, विश्वकर्मा द्विवेदी, शीतल पांडेय सहित 13 लोगों के खिलाफ निषेधाज्ञा लागू होने पर भी धरना-प्रदर्शन करने के कारण केस दर्ज किया गया था. योगी के खिलाफ मामले में गैर जमानती वारंट भी जारी किया गया था. अब राज्य सरकार द्वारा आदेश जारी किए जाने के बाद मुकदमा वापस लेने के लिए कोर्ट में आवेदन दिया जाएगा.

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बीजेपी ने शुरू की 2019 की तैयारी

बीजेपी ने नगरीय निकाय और फिर सिकंदरा के उपचुनाव में जीत का परचम जरूर फहराया है लेकिन मतों के अंतर ने बेचैनी बढ़ा दी है. यही वजह है कि अब लोकसभा चुनाव की तैयारी बिल्कुल जमीनी स्तर पर शुरू हो गई है. प्रदेश मुख्यालय में इस बार नये सिरे से वार रूम बन रहा है. चुनाव आने तक यह प्रदेश के एक लाख 47 हजार बूथों से सीधे कनेक्ट रहेगा. सहयोगी दलों के साथ 2014 के लोकसभा चुनाव में 73 और 2017 के विधानसभा चुनाव में 325 सीटें हासिल करने वाली भाजपा 2019 में सूबे की सभी 80 लोकसभा सीटें जीतने का ख्वाब देख रही है, जिसके लिए उन्होंने अभी से ही तैयारी शुरू कर दी है.

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय और संगठन महामंत्री सुनील बंसल ने चुनावी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है. इस बार भी फार्मूला बूथ मैनेजमेंट का रहेगा लेकिन, पार्टी एक-एक परिवार तक पहुंच बनाने की मुहिम शुरू करेगी.

पूरी खबर पढ़ें: दैनिक जागरण

सपा में भारी फेरबदल

समाजवादी पार्टी ने 12 जिलों और महानगरों की कार्यकारिणी भंग करते हुए पुराने अध्यक्षों को हटाकर उनकी जगह नए अध्यक्षों की नियुक्ति कर दी है. साथ ही सभी से एक सप्ताह में नई कार्यकारिणी गठित करने को कहा है.

बताया जाता है कि यह कार्रवाई संगठन की तरफ से दी गई जिम्मेदारियों का ठीक से निर्वहन न करने और निकाय चुनाव के दौरान लापरवाही बरतने की शिकायतों के बाद की गई है. जिन महानगरों और जिलों के अध्यक्ष बदले गए हैं, उनमें सुल्तानपुर, आगरा, कानपुर और मुरादाबाद शामिल हैं.

पढ़ें पूरी खबर: अमर उजाला

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