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मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के इंदौर के पलासिया थाना क्षेत्र में 15 जून की देर रात बजरंग दल (Bajrang Dal) कार्यकर्ताओं पर मध्य प्रदेश पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. बजरंग दल के कार्यकर्ता अपने एक साथी के ऊपर दर्ज FIR को खत्म करने और शहर में बढ़ती नशाखोरी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे. आरोप है कि इस दौरान कई घंटों तक पूरा पलासिया क्षेत्र में चक्का जाम रहा. बजरंग दल पर लाठी चार्ज के खिलाफ सरकार ने प्रशासन पर कड़ी कार्रवाई करते हुए संबंधित थाने के टाउन इंचार्ज को लाइन अटैच कर दिया है और एक IPS का ट्रांसफर कर दिया गया है.
मीडिया से बात करते हुए पुलिस उपायुक्त धर्मेद्र सिंह भदौरिया ने कहा कि...
क्विंट हिंदी से बात करते हुए मालवा प्रान्त के बजरंग दल के प्रचार प्रमुख डॉक्टर कुंदन चंद्रशेखर ने बताया कि, "बजरंग दल समाज हितैषी संगठन है. उस क्षेत्र के अंदर जो पबों के अंदर नशा बिक रहा है, बार के अंदर जो अश्लीलता हो रही है, समाज और संस्कृति का बहुत भारी नुकसान हो रहा है, इसको लेकर बजरंग दल ने सम्बंधित थाने के अधिकारियों को बताया था, लेकिन अधिकारी उस बात को अनसुना कर रहे थे."
इस घटना के बाद मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि, "इंदौर में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के साथ दुर्व्यवहार के मामले की जांच ADG स्तर का अधिकारी करेगा. पूरे मामले में संबंधित TI को लाइन अटैच कर रहे हैं."
इसके साथ ही पुलिस उपायुक्त धर्मेद्र सिंह भदौरिया का भी ट्रांसफर कर दिया गया है. बजरंग दल ने लाठीचार्ज करने वाले पुलिस अधिकारियों पर निलंबन की मांग की है. डॉक्टर कुंदन चंद्रशेखर ने क्विंट हिंदी को बताया कि,
डॉक्टर कुंदन चंद्रशेखर कहते हैं कि, "हम सरकार द्वारा उठाए गए अब तक के कदमों की सराहना करते हैं, लेकिन हम इस प्रकरण को छोड़ने वाले नहीं हैं. हम जांच पूरी होने का इंतजार करेंगे, जल्द से जल्द इसकी जांच हो और दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई हो. इसके साथ ही नशे का कारोबार कर रहे लोगों पर भी जल्द से जल्द कार्रवाई हो."
इस लाठीचार्ज में बजरंग दल के कई कार्यकर्ता बुरी तरह घायल हो गए हैं. वीडियो में देखा जा सकता है कि जमीन पर गिरे हुए कार्यकर्ताओं पर भी पुलिस लगातार लाठियां बरसा रही है.
इनपुट- अदनान
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