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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के सीतापुर में मुस्लिम महिलाओं को रेप की धमकी देने वाले महंत बजरंग मुनि दास के विवादित बयान पर आखिरकार पुलिस ने एक्शन लिया है. यूपी के ADG (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने कहा कि "FIR दर्ज की गई है और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी"
इससे पहले शुक्रवार, 8 अप्रैल को मुस्लिम महिलाओं को खुलेआम रेप की धमकी देना वाले महंत का माफीनामा भी सामने आया. महंत ने एक वीडियो जारी कर कहा कि जिन माताओं और बहनों को ठेस पहुंची है, मैं इसके लिए माफी मांगता हूं.
यह वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया और फैक्ट चेक वेबसाइट ऑल्ट न्यूज के को-फाउंडर मोहम्मद जुबैर ने अपने ट्वीट में जब इस भड़काऊ वीडियो को शेयर किया तो यह वायरल हो गया.
इस भड़काऊ बयान और माफी के बाद, बजरंग का एक और वीडियो वायरल हो रहा है. लेकिन यह साफ नहीं हो पा रहा है कि यह वीडियो किस वक्त (वायरल भड़काऊ बयान से पहले या बाद का) दिया गया है. इस वीडियो में भी वह मुस्लिमों के खिलाफ जहर उगल रहा है, वहीं पर पुलिस वाले भी खड़े दिखाई दे रहे हैं.
बजरंग मुनि उर्फ अनुपम मिश्रा मूल रूप से प्रतापगढ़ जिले का रहने वाला है और सीतापुर में अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्र खैराबाद इलाके में इसके बड़ी संगत उदासीन आश्रम के महंत होने का दावा किया जाता है,
इसके बाद पिछले साल अक्टूबर में उसने लखनऊ में मुख्यमंत्री कार्यालय के बाहर खुद को जान से मारने की धमकी देते हुए दावा किया था कि पुलिस उसे मारना चाहती है. हालांकि दूसरी ओर स्थानीय पुलिस ने अपने बचाव में दावा किया था कि बजरंग मुनि दरअसल हथियार का एक लाइसेंस चाहता था, लेकिन उसके खिलाफ आपराधिक मामलों के कारण मंजूरी नहीं दी जा सकी.
दिलचस्प बात यह है कि बजरंग मुनि के आश्रम में पीएसी की तैनाती है और वहां चौबीसों घंटे पुलिस सुरक्षा भी मिलती है.
गिरफ्तारी की बढ़ती आशंका के बीच बजरंग मुनि एक वीडियो जारी कर माफी मांगते हुए नजर आ रहे हैं. वीडियो में मुनि को हाथ जोड़कर यह कहते हुए सुना जा सकता है कि मैं सभी माताओं और बहनों से माफी मांगता हूं. अगर वायरल वीडियो में मेरे बयान से उनकी भावनाओं को ठेस पहुंची है तो मैं चाहता हूं कि वे मुझे माफ कर दें.
अचानक हुआ यह "हृदय परिवर्तन" भड़काऊ बयान पर उनकी पहली प्रतिक्रिया के तुरंत बाद आया. मुनि ने कहा कि "उस दिन जब हमारी कलश यात्रा शुरू हुई, लोग (मुसलमान) लाठी और पत्थरों से लैस होकर छतों पर इकट्ठा होने लगे और करौली जैसी घटना को दोहराने की कोशिश कर रहे थे"
इससे पहले, राष्ट्रीय महिला आयोग ने वायरल वीडियो का संज्ञान लिया और तुरंत FIR दर्ज करने की मांग की. आयोग ने अपने एक ट्वीट में इसकी जानकारी दी.
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