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जम्मू-कश्मीर (Jammu & Kashmir) में चल रही भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) के अपने अंतिम चरण में प्रवेश करने से पहले राज्य प्रवक्ता दीपिका पुष्कर नाथ ने घोषणा की है कि उन्होंने वैचारिक मतभेदों के कारण पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. 17 जनवरी को एक ट्विटर पोस्ट में दीपिका पुष्कर नाथ ने कहा था कि बीजेपी (BJP) के पूर्व नेता लाल सिंह को अगर भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने की अनुमति दी जाती है तो पार्टी से इस्तीफा देने के अलावा उनके पास कोई और विकल्प नहीं बचेगा. दीपिका ने आरोप लगाया कि लाल सिंह 2018 में कठुआ रेप मामले में "रेपिस्टों का बचाव" करने के लिए जिम्मेदार थे.
एक अन्य ट्वीट में दीपिका नाथ ने लाल सिंह पर कठुआ रेप के आरोपियों को बचाने के लिए जम्मू-कश्मीर के पूरे क्षेत्र को बांटने का आरोप लगाया है.
दीपिका पुष्कर नाथ ने अपने ट्वीट में लिखा कि, “लाल सिंह ने रेपिस्टों की रक्षा के लिए जम्मू-कश्मीर के पूरे क्षेत्र को विभाजित कर दिया और भारत जोड़ो यात्रा वैचारिक रूप से विपरीत है. वैचारिक आधार पर मैं ऐसे व्यक्ति के साथ पार्टी का मंच साझा नहीं कर सकती."
दीपिका नाथ का फैसला भारत जोड़ो यात्रा के जम्मू-कश्मीर पहुंचने के बाद आया है. जहां यह यात्रा 30 जनवरी को समाप्त होगी. दीपिका नाथ ने कांग्रेस अध्यक्ष मलिक्कार्जुन खड़गे को पत्र लिख कर पार्टी से इस्तीफा दिया है.
चौधरी लाल सिंह जम्मू-कश्मीर की विधान सभा के सदस्य हैं. वह जम्मू-कश्मीर में पीडीपी-बीजेपी गठबंधन सरकार में जम्मू-कश्मीर के वन, पर्यावरण, पारिस्थितिकी मंत्री थे. वह जम्मू और कश्मीर विधानसभा में बसोहली निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं और डोगरा स्वाभिमान संगठन के अध्यक्ष हैं.
अगस्त 2014 में लाल सिंह ने 16वीं लोकसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में टिकट नहीं मिलने के बाद पार्टी छोड़ दी थी. वह कठुआ में एक समारोह में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की उपस्थिति में औपचारिक रूप से भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए. उन्हें बीजेपी द्वारा बर्खास्त कर दिया गया था क्योंकि उन पर रेप के मुकदमे में सबूतों के साथ छेड़छाड़ करने के आरोप लगे थे.
2018 में एक आदिवासी समुदाय की 8 वर्षीय लड़की के कुख्यात कठुआ रेप-हत्या मामले में आरोपियों का सार्वजनिक रूप से समर्थन करने के बाद लाल सिंह विवाद का केंद्र बन गए थे.
जम्मू-कश्मीर में भारत जोड़ो यात्रा के कोर्डिनेटर और जेकेपीसीसी (JKPCC) के पूर्व अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर ने 'कश्मीर वाला' को बताया कि कांग्रेस ने किसी भी राजनीतिक दल को कोई लिखित निमंत्रण नहीं भेजा है, और जो भी यात्रा में शामिल हो रहा है वह "स्वेच्छा से" कर रहा है.
गुलाम अहमद मीर ने कहा, 'अभी तक किसी भी राजनीतिक दल या नेताओं को कोई आधिकारिक निमंत्रण नहीं भेजा गया है.' उन्होंने कहा कि यात्रा में शामिल होने वाले सिंह को एक व्यक्तिगत दृष्टिकोण से नहीं देखा जाना चाहिए, "इसके अलावा, कठुआ रेप मामले पर उनका जो भी रुख था, वह बीजेपी में उनके कार्यकाल के दौरान था."
इससे पहले दिन में, एआईसीसी की जम्मू-कश्मीर प्रभारी रजनी पाटिल ने संवाददाताओं से कहा कि गांधी की विचारधारा में विश्वास रखने वाले किसी भी नेता का भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने का स्वागत है.
जम्मू-कश्मीर में यात्रा के प्रवेश से पहले दीपिका पुष्कर नाथ के इस्तीफे को पार्टी के लिए एक झटके के तौर पर देखा जा रहा है.
(न्यूज इनपुट्स - कश्मीर वाला)
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