Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019States Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019बिहार में बाढ़ का खतरा,कोसी में 4.62 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया,34 साल का टूटा रिकॉर्ड

बिहार में बाढ़ का खतरा,कोसी में 4.62 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया,34 साल का टूटा रिकॉर्ड

जल संसाधन विभाग ने लोगों की सहायता के लिए एक टॉल फ्री नंबर 1800-3456-145 जारी किया है.

क्विंट हिंदी
राज्य
Published:
<div class="paragraphs"><p>बिहार में बाढ़ का खतरा, कोसी में 4.62 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज, 34 साल का टूटा रिकॉर्ड</p></div>
i

बिहार में बाढ़ का खतरा, कोसी में 4.62 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज, 34 साल का टूटा रिकॉर्ड

(फोटो: क्विंट)

advertisement

पड़ोसी देश नेपाल (Nepal) में हो रही भारी बारिश की वजह से बिहार (Bihar) के उत्तरी हिस्से में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. सोमवार, 14 अगस्त को नेपाल में कोसी बैराज से 4.62 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जो साल 1989 के बाद से सबसे ज्यादा है. 34 साल बाद कोसी नदी में इतना पानी आने से सुपौल में बाढ़ जैसे हालत बन गए हैं. जल संसाधन विभाग ने लोगों की सहायता के लिए एक टॉल फ्री नंबर 1800-3456-145 जारी किया है.

जल संसाधन मंत्री ने किया अलर्ट

जल संसाधन विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, बलतारा और कुरसेला में कोसी नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. जिसकी वजह से कोसी तटबंध के अंदर रहने वाले लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं.

प्रदेश के जल संसाधन मंत्री संजय झा ने लोगों को बाढ़ के खतरे को लेकर अलर्ट किया है. उन्होंने ट्वीट किया, "नेपाल में कोसी नदी के जलग्रहण क्षेत्रों में हुई भारी बारिश के कारण आज सुबह वीरपुर स्थित कोसी बैराज पर अधिकतम 4,62,345 क्यूसेक जलस्राव दर्ज किया गया है. इससे कोसी नदी के जलस्तर में वृद्धि की संभावना है."

"बाढ़ से सुरक्षा के लिए जल संसाधन विभाग के अधिकारी एवं अभियंता अलर्ट हैं और सभी तटबंधों की दिन-रात निगरानी की जा रही है. साथ ही, जल संसाधन विभाग का कॉल सेंटर 24X7 कार्य कर रहा है. इसका टॉल फ्री नंबर 1800-3456-145 है."

मीडिया से बातचीत में संजय झा ने कहा कि तैयारियां पूरी है. ये तैयारियों का ही नतीजा है कि इतना पानी आने के बाद भी हम लोग सारे तटबंध को सुरक्षित रखने में कामयाब रहे हैं. हमारे सारे इंजीनियर और लोग अलर्ट हैं.

बता दें कि कोसी नदी सुपौल, मधुबनी, सहरसा, दरभंगा, खगड़िया, मधेपुरा और कटिहार जिलों में बहती है.

गंडक भी खतरे के निशान से ऊपर

नेपाल में भारी बारिश की वजह से गंडक नदी में भी पानी छोड़ा गया है. जन संसाधन मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार को वाल्मिकीनगर बैराज से इस का अधिकतम 3.03 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया.

वर्तमान में गंडक नदी का जलस्तर डुमरियाघाट पर खतरे के निशान से ऊपर है.

कहलगांव में गंगा खतरे के निशान से ऊपर

वहीं गंगा नदी कहलगांव में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. वहीं बक्सर, दीघा, गांधीघाट, हाथीदह, मुंगेर और भागलपुर में जलस्तर में कमी दर्ज की गई है. पिछले 24 घंटे में गंगा का जलस्तर दीघा घाट पर 13 सेमी और गांधी घाट पर 11 सेमी घटा है. उधर, हाथीदह के जलस्तर में भी 5 मीटर की गिरावट दर्ज की गई है.

(इनपुट: महीप राज)

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: undefined

Read More
ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT