advertisement
मंत्रियों और अधिकारियों के बारे में सोशल मीडिया पर अनाप-शनाप लिखने वालों के खिलाफ एक्शन लेने के फरमान के बाद बिहार सरकार ने एक और आदेश जारी किया है. इस बार मामला सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का है. बिहार सरकार ने नया नियम बनाया है कि अगर किसी ने भी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया या सड़क जाम की तो उसे सरकारी नौकरी नहीं मिलेगी. मतलब बिहार में अगर आपने अपने किसी भी मांग को लेकर प्रदर्शन किया तो फिर सरकारी नौकरी से लेकर सरकारी ठेका मिलने से हाथ धोना पड़ सकता है.
चिट्ठी में लिखा है,
ये आदेश बिहार के डीजीपी एसके सिंघल की ओर से जारी किया गया है. आसान भाषा में कहें तो चिट्ठी में लिखा है कि सरकारी ठेका, सरकारी नौकरी, हथियार का लाइसेंस और पासपोर्ट के लिए पुलिस वेरिफिकेशन रिपोर्ट लेना जरूरी है. अगर कोई राज्य में प्रदर्शन के दौरान अपराधिक घटना को अंजाम देता है और ऐसा करने के लिए अगर पुलिस द्वारा उसे चार्जशीट किया जाता है तो इसके बारे में संबंधित व्यक्ति के कैरेक्टर वेरिफिकेशन रिपोर्ट में इस बात का जिक्र होना चाहिए.
तेजस्वी यादव ने सरकार को घेरा
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने बिहार सरकार के इस आदेश पर सरकार को घेरा है. उन्होंने कहा है कि 40 सीट के मुख्यमंत्री कितने डर गए हैं. उन्होंने ट्वीट में लिखा है,
बता दें कि इससे पहले राज्य की आर्थिक अपराध शाखा के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADG) ने मंत्रियों, विधायकों और अधिकारियों के खिलाफ सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को लेकर चिट्ठी निकाली थी.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)