advertisement
बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वो कुछ महिलाओं को नोट बांटते दिख रहे हैं. इस वीडियो के वायरल होने के बाद सत्ताधारी जनता दल (युनाइटेड) और आरजेडी के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई है. जेडीयू ने जहां इसे आचार संहिता का उल्लंघन बताया, तो वहीं आरजेडी ने अपने नेता का बचाव किया है.
इस वीडियो को लेकर बिहार के पूर्व मंत्री और विधान पार्षद नीरज कुमार ने तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा, "कोई जानता नहीं-पहचानता नहीं. कौन है ये राजकुमार जिसने आंचल में रुपया गिराया है. घमंड का खुमार इस कुमार पर इतना छाया, अमीरी-गरीबी का फर्क बताया. कोई पीछे से लालू का लाल है बताता. भूत के वर्तमान का हाल दिखाता. जाओ बबुआ अपनी पहचान बनाओ. आर्थिक लुटेरे होने का दाग मिटाओ."
नीरज ने अपने अधिाकरिक ट्विटर हैंडल से एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें वो कह रहे हैं, "बिहार में पंचायत आचार संहिता प्रभावी है. और वहां वो पंचायती राज के क्षेत्र बैकुंठपुर में लोक आस्था के महत्वपूर्ण पर्व तीज, महिलाओं के सम्मान में हम सिर झुकाते हैं, और उनके आंचल में चंद रुपये दे कर वो आचार संहिता का तो उल्लंघन किया ही है, साथ ही लोक मर्यादा के विपरीत आचरण भी पेश किया है. हमारी उम्मीद है कि इस मामले पर संज्ञान लिया जाएगा."
नीरज कुमार ने कहा कि लालू प्रसाद ने छल किया है लेकिन तेजस्वी यादव उनसे भी आगे निकल गए. जेडीयू नेता ने कहा कि अनुकंपा पर नेता तो बन गए, लेकिन अभी भी वो अपनी पहचान नहीं बना पाए हैं.
राष्ट्रीय लोक दल (RJD) के प्रवक्ता शक्ति यादव ने पलटवार करते हुए कहा कि जनता दल यूनाइटेड 'अज्ञानियों का जमघट' है. उन्होंने कहा, "नीतीश जी, आपने कैसे महा अज्ञानी, महामूर्ख लोगों को नियोजन पर प्रवक्ता रखा है, जिन्हें इस बात की जानकारी नहीं कि पंचायत चुनाव आचार संहिता किस पर और कब से लागू होती है?"
शक्ति यादव ने कहा कि जिस जगह कार्यक्रम हुआ, वहां आचार संहिता लागू नहीं थी. तेजस्वी यादव के पैसे बांटने का बचाव करते हुए प्रदेश प्रवक्ता ने कहा,
वहीं, प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा कि बीजेपी और जेडीयू प्रवक्ताओं को विशेष कोचिंग की जरूरत है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)