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बीजेपी ने मेघालय विधानसभा चुनाव के लिए पहली लिस्ट जारी कर दी है. 45 उम्मीदवारों की लिस्ट में हाल ही में दलबदल करने वाले पूर्व कांग्रेस मंत्री ए एल हेक और राकांपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संबूर सुल्लई का नाम शामिल है.
लेकिन लिस्ट जारी होते ही बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष शिबून लिंगदोह की बहन वायलट लिंगदोह ने बीजेपी छोड़ दी और नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) का दामन थाम लिया. उन्होंने पार्टी से नाराजगी जताते हुए कहा कि उन्हें टिकट का आश्वासन दिया गया था लेकिन टिकट नहीं दिया गया.
वायलट लिंगदोह जैंतिया हिल्स जिले के बीजेपी अध्यक्ष बलियोस स्वेर और जिले के 42 बूथ समितियों के नेताओं के साथ एनपीपी में शामिल हो गयीं. वो पूर्वी जैंतिया हिल्स के ख्लीहरियाट से जैंतियां पहाड़ी स्वायत्त जिला परिषद में निर्वाचित सदस्य भी हैं. एनपीपी कार्यालय में वायलट लिंगदोह का जबर्दस्त स्वागत किया गया. उन्हें एनपीपी से ख्लीहरियाट सीट से टिकट दिए जाने की संभावना है.
2 जनवरी को विधानसभा से इस्तीफा देकर पूर्व कांग्रेस मंत्री ए एल हेक और राकांपा अध्यक्ष संबूर सुल्लई समेत तीन विधायकों के साथ बीजेपी में शामिल हुए जस्टिन द्खार को ख्लीहरियाट सीट से टिकट दिया गया है.
इस लिस्ट में पूर्व कांग्रेस मंत्री ए एल हेक, पूर्व राकांपा प्रदेश अध्यक्ष संबूर शुल्लई और आठ अन्य पूर्व विधायक हैं. दो महिला प्रत्याशी- प्रदेश महिला मोर्चा अध्यक्ष पेल्सी स्नेटांग और मारियान मारिंग हैं. कुछ अन्य विधायक, जो 2013 का विधानसभा चुनाव हार गये थे, भी इस लिस्ट में हैं. वे हैं-आर एल तारियांग, जे ए लिंगदोह, फलोर खोंगजी, जॉन मैनर मराक, के सी बोरो और बिल्लीकिन संगमा.
असम, अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर में सरकार बनाने के बाद भाजपा पूर्वोत्तर में अपनी मौजूदगी बढ़ाने में जुटी है. बीजेपी 2013 के विधानसभा चुनाव में 13 सीटों पर लड़ी थी लेकिन उसे एक भी सीट नहीं मिली थी. केंद्र और मणिपुर में बीजेपी की सहयोगी एनपीपी अकेले अपने दम पर ये मेघालय चुनाव लड़ रही है.
(-इनपुट भाषा से)
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