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नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध में RJD के बिहार बंद को लेकर शनिवार सुबह से ही बंद समर्थक सड़कों पर उतर आए. पटना समेत कई स्थानों पर रेल मार्ग रोका गया तो कई इलाकों में सड़क जाम कर आगजनी हुई, जिससे आने-जाने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ा.
इस बीच, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव समेत कई बड़े नेता भी सड़क पर उतरे. राजधानी पटना की सड़कों पर शनिवार को आरजेडी कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया. विरोध प्रदर्शन में पार्टी नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी शामिल हुए.
प्रदर्शन के दौरान तेजस्वी यादव ने कहा कि सीएए जैसे कानून के विरोध में आज पूरा देश जेल रहा है. उन्होंने सीएए के बहाने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा. बिहार बंद को महागठबंधन में शामिल कांग्रेस, आरएलएसपी, वीआईपी और हम पार्टी ने भी समर्थन दिया.
पूर्व केंद्रीय मंत्री और RLSP प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने पटना में मार्च में हिस्सा लिया. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आश्वासन दिया है कि राज्य में NRC लागू नहीं की जाएगी लेकिन इसके बावजूद बंद के पीछ के तर्क के बारे में पूछे जाने पर कुशवाहा ने कहा-
RJD के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने दावा किया कि सभी विपक्षी दल लोकतंत्र को बचाने के लिए बंद का समर्थन कर रहे हैं. उन्होंने कहा, "नीतीश कुमार का आश्वासन आधा-अधूरा है. उनकी पार्टी ने कैब का समर्थन क्यों किया."
पटना में कुछ स्थानों पर बंद आहूत करवाने के हथकंड़ों के लिए पहचाने जाने वाले पार्टी के कार्यकर्ताओं ने लोगों को गुलाब देकर अपनी छवि सुधारने की कोशिश की और उनसे 'राष्ट्र हित' में बंद का समर्थन करने का अनुरोध किया. आरा से मिली एक खबर के मुताबिक बंद समर्थकों की पुलिस के साथ झड़प हुई.
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