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नागरिकता बिल को लेकर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. पूरा नॉर्थ-ईस्ट इस बिल के विरोध में उतर आया है. लोकसभा के बाद राज्यसभा से भी बिल पास होने के बाद असम में हालात काफी गंभीर बन चुके हैं. यहां प्रदर्शन तेज हो चुका है. बंगाल में भी कई जगहों पर प्रदर्शन की खबरें हैं.
हालत इतने बिगड़ रहे हैं कि अब सेना को बुलाया जा रहा है. असम में कुछ जगहों पर प्रदर्शनकारियों पर फायरिंग भी हुई है. इसके अलावा सभी पैसेंजर ट्रेन और उड़ानें भी रद्द कर दी गई हैं.
असम के कई छात्र संगठनों और राजनीतिक दलों ने नागरिकता बिल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. पिछले कई दिनों से इस बिल को लेकर सैकड़ों लोग त्रिपुरा और असम में उग्र प्रदर्शन कर रहे हैं. बुधवार को जब संसद में नागरिकता बिल पर चर्चा चल रही थी, तब असम जल रहा था. प्रदर्शनकारियों ने कई जगह आगजनी और तोड़फोड़ की. पुलिस के साथ झड़प में कई लोग घायल भी हुए.
असम में प्रदर्शन इतना उग्र हो चुका है कि पुलिस को प्रदर्शनकारियों पर फायरिंग करनी पड़ी है. पुलिस की फायरिंग में चार प्रदर्शनकारी घायल हुए हैं. बताया गया कि गुवाहाटी में पत्थरबाजी के बाद प्रदर्शनकारियों पर फायरिंग की गई. कैब के खिलाफ इस प्रदर्शन में कई दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया है. वहीं हर तरफ आगजनी हो रही है.
असम में पिछले तीन दिनों से आम जनजीवन लगभग पूरी तरह से ठप हो चुका है. लगातार बंद का आह्वाहन किया जा रहा है. दुकानें बंद हैं और किसी भी तरह की आवाजाही नहीं हो रही. एयरलाइन कंपनियां भी असम के लिए फ्लाइट कैंसिल कर रही हैं. कोलकाता से असम के डिब्रूगढ़ की सभी फ्लाइट्स कैंसिल कर दी गई हैं. वहीं इंडिगो ने कहा है कि असम में हालात को देखते हुए डिब्रूगढ़ से या यहां जाने के लिए सभी तरह की फ्लाइट्स को कैंसिल कर दिया गया है.
फ्लाइट्स के अलावा असम और त्रिपुरा के लिए सभी पैसेंजर ट्रेनों को भी रद्द कर दिया गया है. नॉर्थ-ईस्ट फ्रंटीयर रेलवे ने बताया कि सुरक्षा कारणों को ध्यान में रखते हुए ऐसा किया गया है.
असम स्टूडेंट्स यूनियन ने गुरुवार को भी प्रोटेस्ट का ऐलान किया है. लेकिन सरकार ने इसके लिए पहले से ही तैयारियां की हैं. सैकड़ों सुरक्षाबलों को तैनात किया जा चुका है. इसके चलते कुल पांच जगहों पर सेना की टुकड़ियों को रखा गया है. वहीं त्रिपुरा में असम राइफल के जवानों की तीन टुकड़ियां तैनात की गई हैं.
असम और नॉर्थ-ईस्ट में नागरिकता बिल को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शन के बीच पीएम मोदी ने भी एक ट्वीट किया है. जिसमें उन्होंने असम के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि चिंता करने की जरूरत नहीं है. पीएम मोदी ने लिखा,
''मैं असम के अपने भाइयों-बहनों को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि उन्हें CAB के पास होने के बाद चिंता करने की जरूरत नहीं है. मैं उन्हें भरोसा दिलाना चाहता हूं- आपके अधिकारों, विशिष्ट पहचान और खूबसूरत संस्कृति को (आप से) कोई नहीं ले सकता.''
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