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राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के लिए तैयारियां अंतिम चरण में हैं. समारोह छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में 01 से 03 नवंबर तक होनी है. राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के लिए देश-विदेश के मेहमानों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है.
राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में भारत के सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों समेत नौ देशों के 1500 जनजातीय कलाकार शामिल होंगे. कार्यक्रम के अनुसार 30 अक्टूबर को रशिया, सर्बिया और अफ्रीकी देश टोंगो के जनजातीय कलाकारों के दल पहुंच रहे हैं. साइंस कॉलेज मैदान पर राज्योत्सव के दौरान विकास प्रदर्शनी में कई स्टाल बनाए जा रहे हैं. इस आयोजन में आने वाले दर्शकों के किए अनेक आकर्षण होंगे. छत्तीसगढ़ सरकार के विभिन्न विभागों की योजनाओं पर आधारित विकास प्रदर्शनी के माध्यम से छत्तीसगढ़ की विकास गाथा की झांकी दिखेगी. शिल्पग्राम और फूड जोन भी उनके आकर्षण का केंद्र होंगे.
राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव एवं राज्योत्सव का आयोजन 1 से 3 नवंबर तक राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित होगा. उद्घाटन कार्यक्रम सुबह 11 बजे शुरु होगा. उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मुख्य अतिथि होंगे साथ ही विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे.
इसी दिन शाम 7 बजे से राज्य अलंकरण समारोह का आयोजन होगा, कार्यक्रम की मुख्य अतिथि राज्यपाल अनुसूईया उइके होंगी एवं अध्यक्षता मुख्यमंत्री भूपेश बघेल करेंगे. उद्घाटन कार्यक्रम के अगले दिन 2 नवंबर को कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल होंगे एवं अध्यक्षता संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत करेंगे. राज्योत्सव का समापन 3 नवंबर को शाम 7 बजे होगा जिसमें मुख्य अतिथि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन रहेंगे एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल करेंगे .
राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में सभी राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों एवं विदेशों से मोजाम्बिक, टोगो, मंगोलिया, रूस, इंडोनेशिया, सर्बिया, न्यूजीलैंड, इजिप्ट और मालदीव के दलों के कुल 15 सौ कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे. सम्मान राशि- राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में सम्मान राशि दो श्रेणियों में प्रदान की जायेगी. पहली श्रेणी में फसल कटाई के अवसर पर और दूसरी श्रेणी में पारंपरिक अवसरों और अनुष्ठानों पर आदिवासी नृत्य प्रदर्शन को रखा गया है. विजेता टीम को प्रथम पुरस्कार के रूप में 5 लाख रू., द्वितीय पुरस्कार के रूप में 3 लाख रू. और तीसरा पुरस्कार के रूप में 2 लाख रू. की राशि प्रदान की जायेगी.
अफ्रीका के टोगो और मोजांबिक से नर्तक दल राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में शामिल होने रविवार को रायपुर पहुंचे. विभागीय अधिकारी कर्मचारियों द्वारा माना एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया गया.नर्तक दलों में गजब का उत्साह देखने को मिला. उन्होंने ‘छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया’ नारे का पूरे जोश के साथ उद्घोष किया.
राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में 1 नवंबर से 3 नवंबर तक राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव एवं राज्य उत्सव का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें देश के विभिन्न राज्यों के साथ साथ 9 विदेशी टीमें भी शिरकत कर रही हैं.
संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने छत्तीसगढ़ की धरती पर पहुंचे न्यूजीलैण्ड, रसिया, टोगा और मोजांबिक के विदेशी कलाकारों का आत्मीय स्वागत किया. मंत्री भगत इन विदेशी कलाकारों की आगुवानी के लिए आज स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट माना रायपुर पहुंचे थे. उन्होंने फूलों का गुलदस्ता देकर राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में शामिल होने आने के लिए बधाई दी.
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के 23 वें स्थापना दिवस एवं राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव इस साल 1 से 3 नवंबर तक राजधानी रायपुर के साईंस कॉलेज मैदान में आयोजित होगा. राज्योत्सव एवं राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में शामिल होने विदेशी कलाकारों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है. रविवार न्यूजीलैण्ड, रसिया, टोगा और मोजांबिक के कलाकार छत्तीसगढ़ पहुंच गए हैं
पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न इंदिरा गांधी की पुण्य तिथि और देश के प्रथम उप प्रधानमंत्री लौहपुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर 31 अक्टूबर को दोनों महान विभूतियों के व्यक्तित्व, कार्यों और योगदान पर केन्द्रित छायाचित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है.
जनसंपर्क विभाग द्वारा रायपुर के साइंस कॉलेज परिसर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में इस एक दिवसीय प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा. साढ़े दस बजे से देर शाम तक लोगों के देखने के लिए यह छायाचित्र प्रदर्शनी खुली रहेगी. लोग इस प्रदर्शनी का अवलोकन कर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और देश के प्रथम उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल के व्यक्तित्व, कार्यों और योगदान को देख सकेगें.
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