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कोरोनावायरस फैलने के डर से कानपुर जेल के कैदियों ने जेल में नए आ रहे कैदियों के साथ रहने से इंकार कर दिया है. पुराने कैदियों का कहना है कि उन्हें डर है कि नए कैदी अपने साथ इस वायरस को ला सकते हैं. हालांकि, कानपुर में अब तक कोई भी कोरोना संदिग्ध सामने नहीं आया है.
जेल के कैदी यह भी चाहते हैं कि उनकी कोर्ट में पेशियां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हों, क्योंकि कोर्ट जाने पर वे कोरोनावायरस से संक्रमित हो सकते हैं. एक जेल अधिकारी ने कहा, "यह ऐसी चीज है जिसके बारे में हम निर्णय नहीं ले सकते हैं. हम कोर्ट से इस बारे में आग्रह करेंगे, फिर देखते हैं कि क्या हो सकता है."
इस बीच, जेल अधीक्षक ने कहा कि कैदियों को मास्क उपलब्ध कराए जाएंगे और किसी को भी बिना मास्क के घूमने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
सरकार के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, भारत में कोरोनावायरस के कंफर्म केस 107 हैं. लेकिन ये संख्या और ज्यादा हो सकती है. देश में कोरोना की वजह से दो मौतें हो चुकी हैं. कर्नाटक से मौत का पहला मामला सामने आया. दूसरा केस 13 मार्च को दिल्ली में हुआ. बढ़ते मामलों को देखते हुए भारत सरकार ने कुछ को छोड़कर सभी वीजा 15 अप्रैल तक सस्पेंड कर दिए हैं. कई राज्यों में स्कूल-कॉलेज 31 मार्च तक बंद कर दिए गए हैं.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोनावायरस को देखते हुए
जिम, नाइट क्लब, स्पा को 31 मार्च तक बंद करने के आदेश दिए हैं. साथ ही सभी तरह की सभाएं जिसमें 50 से ज्यादा लोग शामिल हैं उनकी मंजूरी नहीं दी जाएगी. शादी को इसके दायरे से बाहर रखा गया है.
(IANS के इनपुट के साथ)
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