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देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर किए गए अध्ययन में यह पता चला है कि 1 कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति करीब 9 से 10 लोगों को संक्रमित कर रहा है. एम्स के डॉक्टर्स ने अपनी स्टडी में इस बात का पता लगाया है.
दिल्ली में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. 25 अप्रैल को दिल्ली में कोविड संक्रमण के 22933 मामले सामने आए. जबकि कोरोना वायरस की वजह से 350 लोगों की मौत हो गई.
महामारी विशेषज्ञों और वीरोलॉजिस्ट का कहना है कि, कोरोना वायर से विभिन्न वैरियंट, जिनमें भारतीय वैरियंट B.1.6.1.7 शामिल है. इनकी वजह से दिल्ली में कोविड संक्रमण तेजी से फैल रहा है.
इससे पहले नेशनल सेंटर फॉर डिसीज के डायरेक्टर सुजीत कुमार सिंह ने जिनोम सिक्वेसिंग ऑफ सार्स कोव-19 के वेबिनार में बताया कि, दिल्ली में जारी कोरोना की लहर के पीछे यूके स्ट्रेन का सीधा संबंध है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में हम एक अलग तरह की तस्वीर देख रहे हैं. इसमें यूके वैरियंट और B1617 (डबल म्यूटेशन) मौजूद है. हमने देखा कि 2 मार्च के बाद से यूके वैरियंट में 28 फीसदी की बढ़ोतरी हुई और मार्च के अंतिम सप्ताह में यह बढ़कर 50 फीसदी हो गई.
दिल्ली में कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए केजरीवाल सरकार ने लॉकडाउन की अवधि को 6 दिनों के लिए बढ़ा दिया है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि लॉकडाउन अगले सोमवनार (3 मई) सुबह 5 बजे तक लागू रहेगा. इससे पहले केजरीवाल सरकार ने 19 अप्रैल को एक हफ्ते के लिए लॉकडाउन लगाया था.
सीएम केजरीवाल ने बताया कि..”लॉकडाउन के दौरान हमने देखा कि संक्रमण दर करीब 36 फीसदी तक पहुंच गई है, आज तक दिल्ली में हमने संक्रमण की यह दर नहीं देखी.”
बता दें कि दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से मेडिकल सुविधाएं बुरी तरह प्रभावित हुई है और कई अस्पतालों में ऑक्सीजन समेत कई मेडिकल सुविधाओं की कमी देखने को मिल रही है.
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