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कोरोना के कहर ने पूरे देश को घरों में बंद कर रखा है. इसके बावजूद अपराध रुक नहीं रहे हैं. पूरे देश में 24 तारीख की रात को लॉकडाउन हुआ था, जबकि दिल्ली में तो 23 तारीख से ही लॉकडाउन का ऐलान हो चुका था, इसके बावजूद अपराध रुके नहीं हैं. हालांकि पिछले साल के मुकाबले कुछ कमी जरूर आई है.
दिल्ली पुलिस ने गुरुवार 3 अप्रैल को राजधानी में अपराध से जुड़े आंकड़े जारी किए. ये आंकड़े 15 मार्च 2020 से 31 मार्च 2020 के बीच के हैं. दिल्ली पुलिस ने इसी अवधि में 2019 के आंकड़े भी जारी किए.
इसके मुताबिक अपराध में कमी तो आई है, लेकिन ये पूरी तरह से रुक नहीं पाए हैं. इन 17 दिनों में से 9 दिन दिल्ली लॉकडाउन में रही. इस अवधि में वाहन चोरी के 1,243 मामले सामने आए, हालांकि 2019 में 1,982 केस आए थे.
वहीं महिलाओं के साथ छेड़खानी से जुडे अपराध में 50 फीसदी की कमी आई. 2019 में जहां छेड़छाड़ के 144 मामले आए थे, जो 2020 में 72 रहे.
2019 में अपहरण के 259 मामलों के मुकाबले इस दौरान 150 मामले आए. इसी तरह सड़क दुर्घटनाओं में भी लगभग 50 फीसदी की कमी आई है.
कोरोना वायरस का संक्रमण जहां देश के सभी राज्यों में तेजी से बढ़ रहा है. वहीं, दिल्ली में 24 घंटे में संक्रमण के 91 नए मामले सामने आए हैं. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को बताया कि दिल्ली में कोरोना वायरस के केस बढ़कर 384 हो गए हैं. उन्होंने कहा पिछले 24 घंटे में 91 नए मामले सामने आए हैं.
दिल्ली में कोरोना वायरस की वजह से कुल 5 मौतें हुई हैं. गुरुवार तक मरने वालों की संख्या 4 थी. पिछले 24 घंटों में एक और मौत हुई है जो मरकज में शामिल था. दिल्ली में आए 384 मामलों में से 259 लोग निजामुद्दीन मरकज में हुए तबलीगी जमात का हिस्सा थे.
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