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महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में कोरोना का खतरा लगातार डरा रहा है. अनुमान लगाया जा रहा है कि आनेवाले समय में यहां कोरोना का कहर और तेजी से बढ़ सकता है. लिहाजा गंभीर स्थिति से निपटने के लिए महाराष्ट्र सरकार स्वास्थ्य व्यवस्था को और मजबूत करने की तैयारी में जुट गई है. सरकारी और BMC अस्पतालों के 95 प्रतिशत बेड भर चुके हैं. इसलिए अब सरकार प्राइवेट अस्पतालों के बेड को अधिग्रहित करने का प्लान बना रही है. बताया जा रहा है कि इस प्रस्ताव को मान भी लिया गया है.
मुंबई में कोरोना का कहर बढ़ने वाला है इसे सरकार भांप चुकी है. इसलिए सरकार बेड की व्यवस्था में लगी हुई है. अभी तक सरकारी अस्पतालों में सारे बेड लगभग भर चुके हैं. इसलिए सरकार अब मुंबई के करीब 25 हजार प्राइवेट अस्पतालों के 60 प्रतिशत बेड को अधिग्रहित करने का प्लान बना रही है. मंत्री राजेश टोपे का कहना है कि,
जानकारी के मुताबिक, सरकार का प्लान है कि, ऐक्सिडेंट, डायलिसिस, प्रग्नेट वुमन और हार्ट के मरीजों ले लिए 40 प्रतिशत बेड निजी अस्पतालों में खाली छोड़े जाएंगे.
हालांकि, प्राइवेट अस्पतालों को अधिग्रहित करने के सरकारी प्लान पर जब जसलोक अस्पताल के संस्थापक मंडल से प्रतिक्रिया जानने की कोशिश की गई, तो उनका कहना था की 'अब तक सरकार या BMC से ऐसा कोई नोटिस अस्पताल को नहीं मिला है. लिहाजा इस पर कोई प्रतिक्रिया देना ठीक नहीं होगा.'
मुंबई के कई जिमखाने, क्लब हाउस और बड़े हॉल को भी अधिग्रहित करने का काम भी BMC की और से शुरू कर दिया गया है, जहां आइसोलेशन सेंटर या क्वॉरंटीन सेंटर बनाया जा सके. महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा है कि,
मुंबई के BKC में 1008 बेड का कोविड केयर सेंटर अस्पताल तैयार किया गया है. बताया जा रहा है कि यहां मुख्य तौर पर कोरोना के हल्के लक्ष्ण वाले मरीजों को रखा जाएगा. इस अस्पताल को 18 मई से शुरू किया जाएगा. वहीं, गोरेगांव के नेशनल एग्जीबिशन सेंटर में 1200 बेड की व्यवस्था की गई है. जहां Asymptomatic और क्लोज कांटैक्ट मरीजों को रखा जाएगा. इसके अलावा महालक्ष्मी रेश कोर्स में भी 700 बेड का कोविड केयर सेंटर तैयार किया जाएगा.
मंत्री राजेश टोपे के मुताबिक, मई के आखिर तक 1000 आईसीयू बेड की व्यवस्था भी पूरी कर ली जाएगी. फिलहाल मुंबई में सरकारी और BMC के अस्पतालों को मिलाकर करीब 450 आईसीयू बेड हैं.
मुंबई में DCH (डेडिकेटेड कोविड अस्पताल) में फिलहाल 4678 बेड हैं, इसमें से 95 प्रतिशत बेड भरे हुए हैं. वहीं, मुंबई में 2739 ऑक्सीजन वाले बेड उपलब्ध है. सरकार का दावा है की इसे बढ़ा कर 5665 बेड किया जाएगा. ये मई के आखिर तक पूरा कर लिया जाएगा.
बहरहाल, महाराष्ट्र सरकार करोना मरीजों के लिए बेड अब प्राइवेट अस्पतालों में मुहैया कराएगी और इसी अस्पताल में दूसरे मरीजों का इलाज होगा. लिहाजा जो कोविड-19 के मरीज नहीं है उनके लिए इससे खतरा बढ़ सकता है. इसके लिए सरकार क्या करेगी ये आदेश आने के बाद ही पता चलेगा.
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