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महाराष्ट्र में किसानों का एक और आंदोलन की सुगबुगाहट दिखने लगी है. दूध की सही कीमत नहीं मिलने से नाराज डेयरी किसानों ने अब यहां विरोध में कलेक्टर के दफ्तर के बाहर मुफ्त दूध बांटने का फैसला किया है. राज्य के किसान अगले सात दिन तक दूध की ज्यादा कीमत की मांग की लेकर हर जिले में कलेक्टर के दफ्तर के बाहर मुफ्त दूध बांटेंगे.
महाराष्ट्र में किसान एक लीटर दूध की कीमत 27 रुपये मांग रहे हैं. सरकारी एजेंसियां अभी किसानों को एक लीटर दूध का 19 रुपये दे रही है. ऑल इंडिया किसान सभा के नेतृत्व में आंदोलन कर रहे किसानों का कहना है कि 19 रुपये लीटर दूध बेचने से उनकी लागत भी नहीं निकल रही है. हम ज्यादा कीमत की मांग कर रहे हैं लेकिन हमारी नहीं सुनी जा रही है. आखिरकार किसानों ने इसके खिलाफ पुणे, औरंगाबाद, सतारा, अहमदनगर, कोल्हापुर और सांगली में विरोध दर्ज करने का फैसला किया है.
महाराष्ट्र में किसान एक लीटर दूध की कीमत 27 रुपये मांग रहे हैं. सरकारी एजेंसियां अभी किसानों को एक लीटर दूध का 19 रुपये दे रही है. ऑल इंडिया किसान सभा के नेतृत्व में आंदोलन कर रहे किसानों का कहना है कि 19 रुपये लीटर दूध बेचने से उनकी लागत भी नहीं निकल रही है. आखिरकार किसानों ने इसके खिलाफ पुणे, औरंगाबाद, सतारा, अहमदनगर, कोल्हापुर और सांगली में विरोध दर्ज करने का फैसला किया है.
महाराष्ट्र में हाल के दिनों में सीपीएम से जुड़े किसान सभा का यह दूसरा आंदोलन है. पिछली बार हजारों किसानों ने कर्ज माफी और फसल की सही कीमत की मांग लेकर नासिक से मुंबई की 180 किलोमीटर लंबी यात्रा की थी. अब डेयरी किसानों ने भी चेतावनी दी है अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई हैं तो 9 मई को मुंबई कूच करेंगे और राज्य सचिवालय को घेरेंगे.
महाराष्ट्र में डेयरी किसानों के दूध की सही कीमत का मामला पिछले साल से ही गर्म है. पिछले साल सरकार ने किसानों को 27 रुपये प्रति लीटर की कीमत देने का वादा किया था.
किसान सभा से जुड़े डेयरी फार्मर एसोसिएशन के प्रेसिडेंट विट्ठल पवार ने कहा,
बहरहाल, एसोसिएशन की ओर से बुलाए गए विरोध प्रदर्शन में पुणे में ज्यादा किसान नहीं जुटे. लेकिन पवार ने कहा डेयरी मंत्रालय में अगर हमारी मांगें नहीं मानी गईं तो हम अपना विरोध प्रदर्शन और तेज करेंगे.
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