Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019States Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Delhi Mundka Fire: 27 मृतकों के परिजनों को ₹10-10 लाख की सहायता राशि

Delhi Mundka Fire: 27 मृतकों के परिजनों को ₹10-10 लाख की सहायता राशि

जामिया नगर के वफल मेनिया रेस्तरां में आग लगने से मरे 2 लोगों के परिजनों को भी सहायता राशि जारी

IANS
राज्य
Published:
<div class="paragraphs"><p>Delhi Mundka Fire: 27 मृतकों के परिजनों को  ₹10-10 लाख की सहायता राशि</p></div>
i

Delhi Mundka Fire: 27 मृतकों के परिजनों को ₹10-10 लाख की सहायता राशि

(फोटो: IANS)

advertisement

दिल्ली सरकार ने मुंडका अग्निकांड और वफल मेनिया रेस्तरां में आग लगने की घटना में जान गंवाने वाले मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपए की अनुग्रह सहायता राशी को मंजूरी दी है। दिल्ली अग्निशमन सेवा और अन्य सहायक एजेंसियों के सर्वोत्तम संभव प्रयासों के बावजूद, 13 मई 2022 को पश्चिमी दिल्ली के मुंडका में एक चार मंजिला व्यावसायिक इमारत में भीषण आग लगने से 27 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं 14 अप्रैल 2022 को जामिया नगर में वफल मेनिया रेस्तरां में आग लगने की घटना में 2 लोगों की जान चली गई थी।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दुर्घटनास्थल का दौरा करते समय प्रत्येक मृतक के परिजन को 10-10 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की थी। उसके बाद तत्काल राहत के रूप में दिल्ली सरकार द्वारा 27 मृतकों के परिजनों को एक-एक लाख रुपये दिए गए थे। दिल्ली पुलिस से डीएनए प्रोफाइलिंग रिपोर्ट के इंतजार में शेष राशि लंबित थी।

इस तरह की एक अन्य घटना में, इस साल अप्रैल में दक्षिणपूर्व दिल्ली के जामिया नगर में एक रेस्तरां के अंदर एक एयर कंडीशनर कंप्रेसर के फटने से दो लोगों की मौत हो गई थी। दिल्ली सरकार ने उस आग हादसे में जान गंवाने वाले राहुल बसनेत और विजय कुमार के परिजनों को 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने को भी मंजूरी दे दी है।

दिल्ली के राजस्व मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा, हमें इस बात का एहसास है की कोई भी अनुग्रह राशि परिवारों को हुए नुकसान की भरपाई नहीं कर सकती, लेकिन फिर भी मुझे उम्मीद है कि दिल्ली सरकार की इस वित्तीय सहायता से परिवार के सदस्यों को अपने जीवन को आगे बढ़ाने में कुछ मदद मिलेगी। दिल्ली सरकार संकट की घड़ी में हमेशा लोगों के साथ खड़ी है।

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT