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लॉकडाउन के दौरान देश की राजधानी दिल्ली में अशिक्षित बेरोजगार की संख्या में वृद्धि हुई है. दिल्ली के एंप्लॉयमेंट सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ है. इस सर्वे में बताया गया है शिक्षित लोगों की तुलना में अशिक्षित लोगों पर बेरोजगारी की सबसे ज्यादा मार पड़ी है.
जनवरी-फरवरी 2020 में बेरोजगारी दर 11.1 प्रतिशत थी, जो अक्टूबर-नवंबर में बढ़कर 28.5 प्रतिशत हो गई. सर्वे के आंकड़े बताते हैं कि कम आय अर्जित करने वाले लोग इससे ज्यादा प्रभावित हुए हैं.
इस सर्वे में पता चला है कि कोरोना से पहले की तुलना में ज्यादा पढ़े-लिखे पुरुष और महिलाओं की बेरोजगारी दर, निरक्षर महिला और पुरुषों की संख्या से कम है. यानी अनपढ़ और कम शिक्षित लोगों पर बेरोजगारी की मार ज्यादा पड़ी है.
बेरोजगारी दर को लेकर 8वीं क्लास से ऊपर के लोगों की संख्या में 18.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जबकि जिन्होंने कक्षा 10वीं पास की है उनका प्रतिशत 16.6 है, इसके अलावा वे लोग जिनकी एजुकेशन क्लास 12 तक है उनका प्रतिशत 15.4 है. वहीं जिन लोगों ने क्लास 10 पास करके डिप्लोमा किया है उनका प्रतिशत 7.8 है.
इसके अलावा ग्रेजुएट व पोस्ट ग्रेजुएट लोगों की बेरोजगारी दर 12.7 प्रतिशत से बढ़कर 29.8 प्रतिशत हो गई, जो कि पूर्व में 11.5 प्रतिशत से 24.5 प्रतिशत थी.
बेरोजगारी को लेकर यह सर्वे रिपोर्ट, संयुक्त रूप से दिल्ली डायरेक्टोरेट ऑफ इकॉनोमिक्स और स्टेटिक्स व सेंटर फॉर मार्केट रिसर्च और सोशल डेवेलपमेंट ने दिल्ली डायलॉग और डेवलपमेंट कमीशन के साथ मिलकर तैयार की है.
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