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दिल्ली में रैश ड्राइविंग, ओवर स्पीडिंग, रेड लाइट जंप, बिना हेलमेट टू व्हीलर राइड करने वाले हो जाएं सावधान, क्योंकि राजधानी में ट्रैफिक नियमों को तोड़ने वालों की अब खैर नहीं. दिल्ली पुलिस ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार लाने के लिए जल्द ही देश में पहली बार इंटेलिजेंस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ITMS) लाएगी. इसके तहत कई प्रोजेक्ट्स शुरू किए जाएंगे.
गृह मंत्रालय ने दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की ओर से भेजे गए प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के मुताबिक लगभग 1000 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना को तीन चरणों में लागू किया जाएगा.
दिल्ली पुलिस रेड लाइट जंप करने वाले लोगों पर नजर रखने के लिए शहर के 24 जंक्शनों पर 3D रडार-आधारित रेड लाइट वायलेशन डिटेक्शन कैमरा (RLVD) सिस्टम लागू करने की योजना बना रही है. अधिकारियों ने कहा कि प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 20 करोड़ रुपये है और इस साल जुलाई तक इसके पूरा होने की संभावना है.
इन कैमरों की बदौलत रेड लाइट जंप करने वालों को एसएमएस के जरिए नोटिस भेजकर चालान जारी किए जाएंगे.
दिल्ली में गैन्ट्री-माउंटेड रडार-आधारित ओवर स्पीड डिटेक्शन सिस्टम की शुरुआत होगी. इसके लिए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस 27 करोड़ रुपए की लागत से ओवरस्पीड डिटेक्शन कैमरे भी खरीदने जा रही है. जुलाई तक दिल्ली की 100 प्रमुख जगहों पर ये कैमरे लगाए जाएंगे. इनके जरिए भी ऑटौमैटिक चालान किया जा सकेगा.
इसके अलावा, 19 करोड़ रुपए की लागत से 1000 नई ई-चालान मशीनें भी खरीदी जा रही हैं. इनके जरिए लोग मोबाइल बैंकिंग, नेट बैंकिंग, मोबाइल वॉलेट और क्रेडिट या डेबिट कार्ड के जरिए भी जुर्माना अदा कर सकेंगे. साथ ही चालान घर आने पर भी ऑनलाइन पेमेंट कर सकेंगे. मई तक ये नई ई-चालान मशीनें ट्रैफिक पुलिस को मिल जाएंगी.
(इनपुट: PTI)
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