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गुजरात में भारी बारिश का कहर, 7 जिलों में रेड अलर्ट, रेस्क्यू में जुटी NDRF-SDRF

Gujarat Flood: नर्मदा और अन्य नदियां पूरे उफान पर हैं, जिससे कई इलाकों का संपर्क टूट गया है.

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<div class="paragraphs"><p>Gujarat Flood: गुजरात में भारी बारिश से बिगड़े हालात, 7 जिलों में रेड अलर्ट जारी</p></div>
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Gujarat Flood: गुजरात में भारी बारिश से बिगड़े हालात, 7 जिलों में रेड अलर्ट जारी

(फोटो- पीटीआई)

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गुजरात (Gujarat Heavy Rainfall) में आई भारी बारिश के कारण प्रदेश का हाल बुरा है. राज्य के निचले इलाकों में बाढ़ आ गई है. नर्मदा और अन्य नदियां पूरे उफान पर हैं, जिससे कई गांवों का संपर्क टूट गया है.

सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त

भारी बारिश के कारण गुजरात में तबाही मची हुई है. जान-माल की सुरक्षा के लिए राज्य सरकार ने प्रभावित इलाके में रेस्क्यू टीम की तैनाती कर रखी है. पांच जिलों में करीब 10 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. वहीं रेस्क्यू टीम ने 207 लोगों को पानी में डूबने से बचाया है.

गुजरात में 16 सितंबर से लगातार 12 घंटों तक बारिश होती रही, जिससे 76 मिमी बारिश होने के बाद अहमदाबाद के कई इलाकों में पानी भर गया. बारिश के कारण आम जनता को खासे परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त है. अधिकारियों ने एहतियात के तौर पर यातायात के लिए अंडरपास को बंद कर दिया है.

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इन क्षेत्रों में रेड अलर्ट जारी

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने पंचमहल, दाहोद, खेड़ा, अरावली, महिसागर, बनासकांठा और साबरकांठा जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. 19 सितंबर की सुबह तक राज्य के अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश की संभावना जताई गई है.

गुजरात में आए बाढ़ का कारण बताते हुए अधिकारियों ने कहा कि मध्य प्रदेश में जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश होने की वजह से सरदार सरोवर बांध, उकाई और कडाना जैसे प्रमुख बांधों से पानी छोड़ा गया था. भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने से गुजरात के कई हिस्सों, मुख्य रूप से राज्य के दक्षिण और मध्य भागों में बाढ़ की स्थिति बनी.

स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि नर्मदा के अलावा, विभिन्न बांधों से पानी छोड़े जाने के साथ-साथ भारी बारिश के कारण ओरसांग, हेरन, माही, मेशरी और पानम जैसी वर्षा आधारित नदियां उफान पर हैं, जिसके परिणामस्वरूप निचले इलाकों में बाढ़ आ गई है. प्रभावित लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए स्थिति पर बारीकी से नजर रखी जा रही है.

रेस्क्यू में जुटी NDRF-SDRF की टीम

राहत और बचाव अभियान चलाने के लिए राज्य आपदा SDRF की तीन-तीन टीमों को नर्मदा और वडोदरा में और एक-एक एसडीआरएफ टीम को दाहोद, भरूच और बनासकांठा में तैनात किया गया है.

NDRF के कर्मी और स्थानीय बचाव टीम बाढ़ वाले इलाकों में फंसे लोगों को निकालने में जुटी है. नर्मदा जिले के आवासीय विद्यालय के लगभग 70 छात्रों को पानी में डूबने से बचाया गया है. पंचमहल जिले में एक नदी के पास एक पुल के नीचे फंसे लगभग 100 मजदूरों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया.

मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण किया

नर्मदा कलेक्टर श्वेता तेवतिया ने कहा कि बचाव प्रयास जारी है और प्रशासन सरदार सरोवर बांध से पानी छोड़े जाने के कारण उत्पन्न स्थिति पर कड़ी नजर रख रहा है. 17 सितंबर को मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण किया था. एसएसडी द्वारा 138.68 मीटर के पूर्ण जलाशय स्तर को छूने के बाद पटेल रविवार सुबह नदी की पूजा करने के लिए नर्मदा जिले के एकता नगर में थे. अधिकारियों ने कहा कि सरकार ने नर्मदा में एनडीआरएफ की दो टीमें और भरूच, राजकोट, जूनागढ़ और वडोदरा में एक-एक टीम तैनात की गई है.

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