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यूपी के कानपुर (Kanpur) में एक किसान की बेटी ने जहर खाकर खुदकुशी की कोशिश की है. लड़की की मां ने आरोप लगाया है कि उसकी बेटी के साथ थाने में पुलिस इंस्पेक्टर ने बदसलूकी की थी, जिससे परेशान होकर लड़की ने जहर पी लिया, फिलहाल उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है, उसकी हालत अभी गंभीर बनी हुई है.
कानपुर देहात के राजपुर थाना क्षेत्र के जैनपुर गांव के किसान अपनी पत्नी और चार बच्चों के साथ रहते हैं. किसान पर गांव के दबंगों ने तेजाब से हमला किया था ,जिससे वह गंभीर रूप से झुलस गये थे. पीड़ित ने थाने में 4 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया था. किसान की पत्नी का आरोप है कि इंस्पेक्टर विनोद कुमार पिछले तीन दिनों से उसकी नाबालिग बेटी को फोन कर थाने बुलवाते थे. अपने कमरे में कई-कई घंटे से उसे बैठाकर रखते थे. वह जाने की कोशिश करती तो उसे धमकाते. पीड़िता की मां का आरोप है कि..
पीड़िता की मां ने बताया कि इंस्पेक्टर की करतूत से बेटी अंदर से टूट चुकी थी. सोमवार को जन्माष्टमी पर्व पर उसने 50 रुपये प्रसाद के लिए मांगे. मैंने उसे पैसे दे दिया. वह बाजार से कीटनाशक जहर लेकर आई और उसे पी लिया. अचानक उसकी तबीयत जब खराब होने लगी तो उसके जेब में कीटनाशक दवा की खाली शीशी मिली. बेटी की हालत देख उसे जिला अस्पताल लेकर गए.
तबीयत बिगड़ने पर डॉक्टर्स ने उसे हैलट कानपुर के लिए रेफर कर दिया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है, डॉक्टरों का कहना है कि 24 घंटे से बच्ची के बॉडी में कोई मूवमेंट नहीं हुआ है. फिलहाल उसकी कंडीशन बहुत खराब है. उसे वेंटिलेटर पर रखा गया है.
अपर पुलिस अधीक्षक कानपुर देहात घनश्याम चौरसिया के मुताबिक-
अब सवाल ये उठता है कि जब लड़की ने दूसरे की फेसबुक पर गलत टिप्पणी या आपत्तिजनक पोस्ट डाला थी तो पुलिस ने उसे तत्काल क्यों नही हटवा दिया. अगर मामला सिर्फ फेसबुक पोस्ट का था तो क्या पीड़ित लड़की की मां से झूठ बोल रही है, लड़की के शरीर पर निशान कैसे आये ये भी बड़ा सवाल है.
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