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कर्नाटक (Karnataka) में भारी बारिश के कारण बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 9 लोगों की मौत हो गई और तीन अन्य लापता हैं. मूसलाधार बारिश के चलते शनिवार 24, जुलाई को पूरे कर्नाटक में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं. लगातार हो रही बारिश से उत्तरी कर्नाटक के 12 जिले, तटीय कर्नाटक और मलनाड क्षेत्र प्रभावित हुए हैं. मौसम विभाग ने कर्नाटक के तटीय इलाकों में सात जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जिसमें तीन और दिनों तक बारिश की आशंका जताई गई है.
यह अनुमान है कि लगभग 830 घरों को नुकसान पहुंचा है, 15 स्कूल भवन क्षतिग्रस्त हो गए हैं और महिलाओं और बच्चों सहित 8,733 लोगों को राज्य भर में सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है.
राज्य सरकार ने 80 राहत केंद्र खोले हैं. पश्चिमी घाट क्षेत्र में भारी बारिश जारी रहने पर उत्तरी कर्नाटक के जिलों और तटीय कर्नाटक क्षेत्र में जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) को बचाव कार्यों के लिए 12 जिलों में तैनात किया गया है.
बाढ़ ने कोडागु जिले में राज्य के राजमार्गों को क्षतिग्रस्त कर दिया है. हासन, चिकमगलूर और शिवमोग्गा जिलों के कई गांवों में पानी भर गया है.
इस बीच, भारतीय मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि उडुपी, मैंगलोर, कारवार, चिकमगलूर, शिवमोग्गा और हासन जिलों में और पांच दिनों तक भारी बारिश जारी रहेगी. पूरे राज्य में पहले ही रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है.
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा आज बाढ़ प्रभावित बेलगावी जिले का दौरा करेंगे. येदियुरप्पा सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों, राहत केंद्रों का दौरा करेंगे और अधिकारियों द्वारा किए गए राहत उपायों की निगरानी करेंगे.
बाद में, वह उपमुख्यमंत्री गोविंद करजोल, जो बेलगावी के जिला प्रभारी मंत्री हैं, सांसद मंगला अंगड़ी, विधायक और अन्य जिला अधिकारियों के साथ बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए की गई कार्रवाई पर चर्चा करने जा रहे हैं.
(IANS के इनपुट्स के साथ)
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