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उत्तर प्रदेश को तीसरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट कुशीनगर के तौर पर मिल गया है. केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने 23 फरवरी को बताया कि कुशीनगर एयरपोर्ट को DGCA से जरूरी अनुमति मिल गई है. ऐसे में ये यूपी का तीसरा ऐसा एयरपोर्ट होगा जिसके पास इंटरनेशनल लाइसेंस है.
गोरखपुर से करीब 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित कुशीनगर जिला भगवान बुद्ध की वजह से दुनियाभर में जाना जाता है और यहां कई देशों के टूरिस्ट आते रहते हैं. इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनने के बाद से इस क्षेत्र में और तेजी से विकास होने की उम्मीद है. सीएम योगी आदित्यनाथ का कहना है कि इससे रोजगार के मौके मिलने के साथ-साथ स्थानीय क्षेत्र का सामाजिक और आर्थिक विकास होगा.
यूपी के दो दूसरे इंटरनेशनल एयरपोर्ट चौधरी चरण सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट, लखनऊ और लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट, वाराणसी हैं. एक और एयरपोर्ट दिल्ली के पास जेवर, ग्रेटर नोएडा में बनाया जा रहा है. जेवर एयरपोर्ट के लिए इस साल 2000 करोड़ का बजट पास किया गया है. बजट में ही ये ऐलान किया गया कि अयोध्या एयरपोर्ट का नाम मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम एयरपोर्ट होगा इसके लिए 101 करोड़ रुपये का बजट प्रस्तावित किया गया.
हाल ही में नीति आयोग की बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी में एयरपोर्ट का ब्योरा पेश किया था. योजना के मुताबिक, जल्द ही लखनऊ, वाराणसी समेत अयोध्या, कुशीनगर और गौतमबुद्ध नगर से भी बहुत जल्द दुनिया के विभिन्न देशों के लिए सीधी हवाई सेवा की सुविधा उपलब्ध होगी. मौजूदा समय में उत्तर प्रदेश में लखनऊ, वाराणसी, आगरा, गोरखपुर, कानपुर, प्रयागराज और हिण्डन एयरपोर्ट से हवाई सेवाएं संचालित हो रही हैं. 15 दिन के भीतर बरेली हवाई अड्डे से भी हवाई सेवाओं की शुरूआत कर दी जाएगी. इसके लिए 8 मार्च की तिथि निर्धारित की गई है. नीति आयोग में पेश की गई योजनाओं के मुताबिक प्रदेश के 10 अन्य जगहों पर भी एयरपोर्ट के विकास का काम तेजी से चल रहा है.
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