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आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को चाईबासा ट्रेजरी केस में बेल मिल गई है. हालांकि अभी लालू को जेल में ही रहना होगा, क्योंकि दुमका ट्रेजरी मामले की अभी सुनवाई बाकी है. चारा घोटाले से जुड़े तीन अलग-अलग मामलों में दोषी ठहराए जाने के बाद लालू 23 दिसंबर, 2017 से हिरासत में हैं. उन्हें मई 2018 में इलाज के लिए अंतरिम जमानत दी गई थी, जिसे बाद में झारखंड हाईकोर्ट ने रद्द कर दिया था. अगस्त 2018 से उनका रिम्स में इलाज चल रहा है.
विधानसभा चुनाव के मद्देनजर लालू का जेल से बाहर आना पार्टी के लिए बेहद जरूरी है, उनकी गैरमौजूदगी में पार्टी का हाल बेहाल है. उनके दोनों बेटों के लिए लालू की विरासत को आगे बढ़ाना काफी मुश्किल है.
2015 में बिहार के मौजूदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव ने विधानसभा चुनाव के लिए हाथ मिलाया था और 240 में से 150 से अधिक सीटें जीती थीं. हालांकि, नीतीश कुमार ने डेढ़ साल के बाद 2017 में आरजेडी से किनारा कर लिया.
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