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Qलखनऊ: नोएडा में COVID-19 के 31 मामले,चीनी मिलें बनाएंगी सैनिटाइजर

Qलखनऊ में पढ़ें उत्तर प्रदेश की तमाम बड़ी खबरें

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Qलखनऊ में पढ़ें उत्तर प्रदेश की तमाम बड़ी खबरें
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Qलखनऊ में पढ़ें उत्तर प्रदेश की तमाम बड़ी खबरें
(फोटो - altered by Quint Hindi)

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नोएडा में कोरोनावायरस पॉजिटिव के 4 नए मामले

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे गौतमबुद्ध नगर (नोएडा, ग्रेटर नोएडा) जिले में कोरोना के मरीजों की संख्या घटने या थमने का नाम नहीं ले रही है. रविवार को यहां चार नए कोरोना पॉजिटिव मिलने की पुष्टि हुई. इसी के साथ अब जिले में कोरोना के मरीजों की संख्या 27 से बढ़कर 31 हो गई है. गौतमबुद्ध नगर के डीएम बी.एन. सिंह ने रविवार कहा, "जिले में शनिवार तक कोरोना पॉजिटिव पाए जाने वाले मरीजों की संख्या 27 थी. रविवार को पता चला कि जिले में चार नए कोरोना मरीज मिले हैं." जिलाधिकारी ने आगे कहा, "कोरोना पॉजिटिव पाए गए सभी चारों मरीजों को डॉक्टरों की मदद से अलग-अलग करके रखा गया है. उनके ऊपर दिन रात निगरानी रखी जा रही है."

बता दें कि शुक्रवार को गौतमबुद्ध नगर जिले में कोरोना के मामलों को छिपाने के आरोप में एक कंपनी मैनेजमेंट के खिलाफ ही एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए गए थे.

डीएम गौतमबुद्ध नगर बी.एन. सिंह ने कहा, "रविवार को दादरी के गांव विश्नौली में एक कोरोना पॉजिटिव मिला है. सूचना मिलते ही पूरे इलाके को संक्रमण से बचाने के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है."
जिला सीएमओ के आदेश पर जिस कंपनी प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश हुए थे, उस कंपनी का प्रबंध निदेशक खुद ही विदेश से कोरोना संक्रमित होकर लौटा था. इतना ही नहीं, उसका स्टाफ ऑफिसर भी जांच में कोरोना संक्रमित पाया गया. लापरवाही की रही सही कसर इस कंपनी ने तब पूरी कर दी, जब उसने विदेशी ऑडिटर द्वारा कंपनी में आकर तीन दिनों तक ऑडिट किए जाने की बात को छिपाया. खबर पुख्ता होते ही जिला प्रशासन ने कंपनी को सील कर दिया था.

यूपी सरकार ने घर लौटने वालों को क्वॉरेंटीन का आदेश दिया

उत्तर प्रदेश सरकार ने पिछले तीन दिनों में देश के अन्य हिस्सों से राज्य में पहुंचे लगभग एक लाख लोगों को क्वॉरेंटीन में रहने का आदेश दिया है. राज्य सरकार की ओर से जारी बयान के मुताबिक, योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि पिछले तीन दिनों में एक लाख लोग दूसरे राज्यों से यूपी आए हैं. उन सभी के नाम, पते और फोन नंबर जिला मजिस्ट्रेटों को उपलब्ध कराए गए हैं और उन पर कड़ी नजर रखी जा रही है.

मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश जारी किया कि इन लोगों को क्वॉरेंटीन में रखा जाए और उनके खाने और अन्य दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति की जाए.

राज्य सरकार ग्राम प्रधानों, आशा कार्यकतार्ओं और अन्य अर्ध-सरकारी अधिकारियों से उन लोगों के बारे में पूछ रही है जो रिवर्स माइग्रेशन में वापस आ गए हैं और क्वॉरेंटीन में नहीं रह रहे हैं.

UP के जेलों में बंद 11,000 कैदी होंगे रिहा, सीएम ने दिया निर्देश

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रदेश के कारागारों में बंद करीब 11,000 बंदियों को 8 सप्ताह के लिए अंतरिम जमानत पर तत्काल रिहा किया जाएगा. इनमें से 8500 विचाराधीन और 2500 सिद्धदोष बंदी शामिल हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि उत्तर प्रदेश विधिक सेवा और अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार कुमार अवस्थी व डीजी जेल आनंद कुमार की कमेटी ने बंदियों की रिहाई के लिए मंथन किया है. इसके बाद निर्णय लिया गया है कि उत्तर प्रदेश की जेलों में बंद करीब 11 हजार बंदियों को पैरोल या जमानत देकर तय समय के लिए छोड़े जाने की व्यवस्था की गई है.

योगी ने बताया कि पैरोल सामान्य प्रक्रिया के तहत दिया जाएगा और जमानत के लिए जिला जज संबंधित जेलों में जाकर यह बेल उपलब्ध कराएंगे.

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रायबरेली में लगे सोनिया के 'लापता' होने के पोस्टर

उत्तर प्रदेश में संकट और लॉकडाउन के समय भी राजनीति जारी है. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली में 'लापता' के पोस्टर लगाए गए, जिसमें गांधी के निर्वाचन क्षेत्र से बाहर होने पर सवाल उठाए गए हैं. पोस्टर का शीर्षक है 'चिट्ठी न कोई संदेश' है. इतना ही नहीं, पोस्टर में, सबसे अमीर सांसदों में से एक कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा चुनाव क्षेत्र में कोई वित्तीय सहायता नहीं देने पर भी सवाल उठाया गया है. पोस्टर में आगे लिखा है, "तुम्हारा हाथ, न जाने हमारा साथ/सबसे बुरी भूल, तुमको किया कबूल."

संयोग से शुक्रवार को ही सोनिया गांधी ने रायबरेली के जिला मजिस्ट्रेट को एक पत्र भेजा था, जिसमें उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र में कोरोनोवायरस का मुकाबला करने के लिए एमपीएलएडी योजना के तहत सभी निधियां देने का वादा किया था.

इस पोस्टर में किसी का नाम नहीं है और प्रिंटर का नाम भी नहीं दिया गया है जो कि अनिवार्य होता है. कांग्रेस नेता कमल सिंह चौहान ने कहा कि इन पोस्टरों ने पार्टी के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों की मानसिकता को दर्शाया है, जो इस संकट के समय का उपयोग राजनीतिक फायदे के लिए कर रहे हैं. उन्होंने कहा, "सोनिया गांधी हमेशा अपने निर्वाचन क्षेत्र से जुड़ी रही हैं और दो दिन पहले ही उन्होंने कोरोना संकट के लिए अपना सारा फंड दे दिया. जनता सच्चाई जानती है और इस निम्न स्तर की राजनीति से गुमराह नहीं होगी."

UP की चीनी मिलें हैंड सैनिटाइजर बनाएंगी

कोरोनावायरस महामारी के प्रसार को रोकने के लिए लगातार लोगों से हैंड सैनिटाइजर इस्तेमाल करने की अपील के बीच, उत्तर प्रदेश सरकार ने 24 चीनी मिलों को हैंड सैनिटाइजर बनाने की अनुमति दी है. पूरे भारत में फैल रहे घातक कोरोनावायरस के मद्देनजर उत्पाद की बड़ी कमी आई है. सरकारी प्रवक्ता के मुताबिक, राज्य सरकार ने प्रदेश की 119 चीनी मिलों में से 29 को 'अल्कोहल-बेस' सैनिटाइजर बनाने की अनुमति दी गई. जिन 25 मिलों को अनुमति मिली है, उनमें से पांच बिजनौर जिले की हैं.

इस पहल से चीनी उद्योगों के राजस्व को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी. गन्ने के रस से चीनी निकाले जाने के बाद, गुड़ से शराब का उत्पादन किया जाता है. इसलिए, इन मिलों में सैनिटाइजर का उत्पादन करने के लिए कच्चा माल होगा.

अतिरिक्त गन्ना आयुक्त वी. के. शुक्ला ने कहा, "कोरोनावायरस ने देश को दहला दिया है जिसके बाद से सैनिटाइजर की मांग आसमान छू गई है. बाजार में मांग और आपूर्ति में भारी अंतर है, जो इस निर्णय के बाद कम हो जाएगा." इन 24 मिलों में रविवार से सैनिटाइजर का उत्पादन शुरू हुआ. अधिकारियों ने कहा कि अकेले बिजनौर में बरकतपुर मिल से प्रतिदिन लगभग 5,000 लीटर सैनिटाइजर का उत्पादन होने की उम्मीद है.

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