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उत्तर प्रदेश में बांदा के जिलाधिकारी ने बुधवार को कोविड-19 के संभावित मरीजों के लिए वानिकी महाविद्यालय बिल्डिंग और डॉक्टरों को क्वारंटीन के लिए दो होटल अधिगृहीत किए हैं.
जिलाधिकारी अमित सिंह बंसल ने बुधवार को जारी एक आदेश में कहा कि कोविड-19 महामारी से संभावित रूप से प्रभावित होने वाले व्यक्तियों को क्वारंटीन किए जाने के लिए बांदा कृषि विश्वविद्यालय में स्थित वानिकी महाविद्यालय भवन को आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005 के तहत अधिगृहीत किया जाता है.
वहीं मेडिकल स्टाफ के क्वारंटाइन के लिए 'होटल कंफर्ट इन' और होटल 'कांटिनेंटल सारंग' को अधिगृहीत किए जाने का आदेश जारी किया गया है.
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के निपटने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार ने विधायकों की निधि को एक साल के लिए खत्म कर दिया है. इस फैसले को कैबिनेट से आज मंजूरी मिल गई है. बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में चार प्रस्तावों पर मुहर लगी है. इसमें प्रमुखता के साथ उत्तर प्रदेश सरकार ने मंत्रियों और विधायकों के वेतन में 30 प्रतिशत कटौती करने के साथ ही अगले एक वर्ष के लिए विधायक निधि खत्म करने का फैसला लिया है.
वित्तमंत्री सुरेश खन्ना और कैबिनेट मंत्री मोती सिंह ने बताया कि कोरोना वायरस महामारी से लड़ने के लिए मुख्यमंत्री समेत सभी मंत्रियों, विधायकों और विधान परिषद सदस्यों का वेतन, निर्वाचन क्षेत्र भत्ता, कार्यालय भत्ता का 30 फीसदी रकम कोविड केयर फंड में जमा करने का कैबिनेट ने निर्णय लिया है.
कैबिनेट की बैठक में विधायक निधि को 1 साल के लिए सस्पेंड कर दिया गया है. 2020-21 की विधायक निधि का इस्तेमाल कोरोना से लड़ने में किया जाएगा. इससे 1509 करोड़ रुपये कोविड केयर फंड में जमा होगा. इसे जरूरत के मुताबिक खर्च किया जाएगा.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि फायर ब्रिगेड की गाड़ियों का उपयोग सैनिटाइजेशन के लिए किया जाएगा, जिससे कम समय में गांव और शहरों को सैनिटाइज किया जा सकता है.
बुधवार को मुख्यमंत्री योगी ने अपने आवास 5, कालिदास मार्ग से प्रदेश की 66 तहसीलों के लिए दमकल की गाड़ियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. ये दमकल गाड़ियां राज्य में सैनिटाइजेशन के लिए उपयोग में लाई जाएंगी.
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बंदर इन दिनों भूख से बेहाल हैं. देशभर में लगे लॉकडाउन के चलते अयोध्या में पर्यटकों की आवाजाही बंद हो गई है, जिसके कारण बंदरों को खिलाने के लिए कोई नहीं है. पिछले 24 घंटों में, बंदरों ने 39 लोगों पर हमला किया है.
उत्तर प्रदेश में बांदा के डीआईजी दीपक कुमार ने कहा कि पहचान छिपाने पर कुल सात मुकदमे दर्ज हुए हैं, जिनमें 17 जमाती आरोपी हैं. चित्रकूटधाम परिक्षेत्र बांदा के पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) दीपक कुमार ने कहा कि हाल ही में 36 जमातियों के खिलाफ पहचान छिपाने का मुकदमा दर्ज होने की खबर आई थी, जो गलत थी.
उन्होंने कहा कि तबलीगी जमात में शामिल होने के बाद पहचान छिपाने पर कुल सात मुकदमे दर्ज हुए हैं, जिनमें 17 जमाती आरोपी बनाए गए हैं और इन मामलों की जांच चल रही है. उन्होंने कहा कि सर्विलांस के जरिए कुल 39 लोगों की पहचान की गयी है, जिन्हें क्वारंटीन किया गया है. इनमें दो लोगों की कोरोनावायरस जांच की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थीं, लेकिन बाद में एक व्यक्ति की दूसरी रिपोर्ट निगेटिव आई है.
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