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Qलखनऊ: BSP-Cong में कोई गठबंधन नहीं,राजनाथ नोएडा से लड़ेंगे चुनाव

Q लखनऊ में पढ़ें उत्तर प्रदेश की तमाम बड़ी खबरें

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Q लखनऊ में पढ़ें उत्तर प्रदेश की तमाम बड़ी खबरें
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Q लखनऊ में पढ़ें उत्तर प्रदेश की तमाम बड़ी खबरें
(फोटो:Altered By Quint Hindi)

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समाजवादी पार्टी ने दो और कैंडिडेट की घोषणा की

समाजवादी पार्टी ने मंगलवार को लोकसभा चुनाव 2019 के लिए हाथरस और मिर्जापुर से अपने कैंडिडेट का नाम फाइनल कर दिया है. पार्टी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर दोनों के नाम जारी किए हैं.रामजी लाल सुमन को हाथरस व राजेंद्र एस विंद को मिर्जापुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से कैंडिडेट बनाया गया है.

एसपी ने सबसे पहले अपने तीन कैंडिडेट की घोषणा की थी. उस लिस्ट में अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव का भी नाम था. इसके बाद 6 लोगों की दूसरी लिस्ट जारी की थी, जिसमें पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव का नाम भी शामिल था.

आपको बता दें कि इस लोकसभा चुनाव में प्रदेश में एसपी-बीएसपी और आरएलडी ने महागठबंधन बनाया है और सिर्फ दो सीटें ही कांग्रेस पार्टी के लिए छोड़ी है. इस गठबंधन के तहत एसपी 37 और बीएसपी 38 सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है, साथ ही राष्ट्रीय लोक दल को तीन सीटें दी गयी हैं. गठबंधन ने रायबरेली और अमेठी में अपने प्रत्याशी नहीं उतारने की घोषणा की है.

राजनाथ सिंह लड़ सकते हैं नोएडा से चुनाव?

केंद्रीय गृह मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह इस लोकसभा चुनाव में गौतम बुद्ध नगर संसदीय सीट से चुनाव लड़ सकते हैं. प्रदेश में एसपी,बीएसपी और आरएलडी के महागठबंधन को ध्यान में रखते हुए बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व एंटी इनकम्बेंसी फैक्टर को ध्यान में रखकर मौजूदा सदस्य को टिकट नहीं देने के अपने आजमाए गए फॉर्मूले के तहत काम कर रहे हैं.

बीजेपी के सूत्रों के मुताबिक पार्टी नेतृत्व ने आरएसएस इकाइयों द्वारा कराए गए शुरुआती सर्वेक्षण को ध्यान में रखकर ऐसा करने का निर्णय लिया है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक इस सर्वेक्षण में गौतम बुद्ध नगर में ग्रामीण जनता में पार्टी के प्रति गुस्सा था.

मगर यहां के जातीय समीकरण को ध्यान में रखकर ऐसा निर्णय लिया जा सकता है. इस लोकसभा में शहरी मतदाताओं की संख्या 7 लाख है. इनसब में मुस्लिम, गुज्जर और जाटों के बाद राजपूतों की संख्या सबसे अधिक है.इस लोकसभा क्षेत्र में 5 विधानसभा की सीटें है और उसमें से पार्टी के तीन विधायक राजपूत जाति से हैं.

श्रीकांत शर्मा ने राहुल गांधी पर निशाना साधा

उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री और प्रदेश सरकार के प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर सेना और उसके पराक्रम का अपमान करने के लिए हमला बोला. ऊर्जा मंत्री ने ट्वीट कर कांग्रेस अध्यक्ष को झूठ का एटीएम बताया.

साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष देश को यह भी बताएं कि 26/11 के मुंबई हमले में 166 मासूमों की जान जाने के बाद कांग्रेस ने सेना को यह छूट क्यों नहीं दी? आखिर कौन से वोट बैंक की मजबूरी थी, जो देशहित से समझौता कर लिया?

श्रीकांत शर्मा ने राहुल गांधी पर सवालों की बौछार करते हुए अपने आरोप में कहा कि राफेल सौदे को एक दशक तक क्यों लटकाया गया?

इसके अलावा उन्होंने 10 साल तक स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट पर कुंडली मारकर बैठने का भी आरोप लगाया.

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बीएसपी का कांग्रेस से गठबंधन से इनकार

लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने मंगलवार को स्पष्ट कर दिया की उनकी पार्टी, कांग्रेस के साथ किसी भी राज्य में कोई गठबंधन नहीं कर रही है.मायावती ने मीडिया से बात करते हुए अपने इस फैसले की जानकारी दी.

उन्होंने कहा कि बीएसपी की बैठक में यह फैसला लिया गया कि वो किसी भी राज्य में कांग्रेस के साथ कोई गठबंधन में शामिल नहीं होगी.मायावती के इस फैसले से उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को बहुत बड़ा झटका लगा है. BSP ने उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल के साथ एक गठबंधन किया है.

मायावती ने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए कई राजनीतिक दल BSP से गठबंधन के इच्छुक हैं, लेकिन मामूली चुनावी फायदे के लिए अपनी विचारधारा के खिलाफ कोई कदम उठाना पार्टी के हित में नहीं है.

मगर साथ ही उन्होंने ये भी हिंट दी कि उनकी पार्टी ने कांग्रेस के लिए सभी दरवाजे बंद नहीं रखे हैं. मायावती ने पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा कि यदि कांग्रेस पार्टी उनसे मदद मांगती है तो वो इसपर विचार कर सकती है.

अयोध्या मामले में मुस्लिम पक्षकारों की बैठक

अयोध्या मामले को लेकर राजधानी लखनऊ में मुस्लिम पक्षकारों की मंगलवार को बैठक बुलाई गई. इसमें बाबरी एक्शन कमेटी के जफरयाब जिलानी के साथ बाबरी मस्जिद के पक्षकार हाजी महबूब और इकबाल अंसारी भी शामिल हुए.

इस बैठक में मुस्लिम पक्षकार के साथ कुछ अधिवक्ता भी शामिल हुए. प्राप्त जानकारी के मुताबिक बैठक में क्या नतीजा निकला है इसपर अभी कोई जानकारी नहीं मिल पायी है.इसमें शामिल जफरयाब जिलानी ने बैठक के विषय के बारे में जानकारी देने से मना कर दिया है.

इस बैठक में शामिल होने से पहले ही जिलानी ने स्पष्ट कर दिया था कि उन्हें इस मामले में सर्वोच्च न्यायालय का हर निर्णय मंजूर है. बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी ने उच्चतम न्यायालय की सुलह की मुहिम का स्वागत करते हुए कहा कि सभी पक्ष के लोग इस मामले का हल चाहते हैं.

सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या विवाद को सुलझाने के लिए मध्यस्थों की एक टीम गठित की है. इसमें तीन सदस्य श्री श्री रविशंकर, श्रीराम पंचू और एम एफ कलीफुल्ला शामिल हैं. ये लोग इस संबंध में बुधवार को अयोध्या में एक बैठक करने जा रहे हैं.

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