advertisement
यूपी के सोनभद्र में सामूहिक नरसंहार की वारदात हुई. जिले के घोरावल क्षेत्र में बुधवार को दो पक्षों के बीच जमीन विवाद को लेकर हुए खूनी संघर्ष में 9 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गयी और 24 से ज्यादा जख्मी हो गए. घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जिसमें कुछ की स्थिति गंभीर बनी हुई है. आईजी लॉ एंड ऑर्डर प्रवीण कुमार ने बताया कि प्रधान ने दो साल पहले 90 बीघा जमीन खरीदी जिस पर अपने समर्थकों के साथ कब्जा करने गया था. स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया. इसके बाद गोलीबारी हो गई. इसमें 3 महिलाओं और 6 अन्य ग्रामीणों की मौत हो गई.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोनभद्र में जमीनी विवाद को लेकर हुए जनसंहार पर सरकार को घेरते हुए कहा कि बीजेपी सरकार अपराधियों के सामने नतमस्तक हो चुकी है.
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘अपराधियों के आगे नतमस्तक बीजेपी सरकार में एक और नरसंहार! सोनभद्र में भू-माफियाओं द्वारा जमीन विवाद के अंदर 9 लोगों की हत्या दहशत और दमन का प्रतीक! सभी मृतकों के परिवारों को 20-20 लाख रुपए मुआवजा दे दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करे सरकार.’’
संभल जिले में कोर्ट से पेशी के बाद लौट रहे कैदियों से भरी जेल वैन पर बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. फायरिंग में वैन में मौजूद दो पुलिसकर्मियों की मौके पर ही मौत हो गई. बाद में ये बदमाश तीन कैदियों को छुड़ाकर भागने में कामयाब हो गए. बता दें कि ये बदमाश पुलिसकर्मियों की राइफलें भी लूट ले गए. फरार कैदियों और बदमाशों की तलाश जारी है.
पुलिसकर्मियों की शहादत पर मुख्यमंत्री ने दुख जताया है. सरकार ने पुलिस विभाग को शहीदों के परिवार को 50-50 लाख रुपये का मुआवजा दिए जाने के निर्देश दिए है. इसके अलावा परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और शहीद की पत्नी को असाधारण पेंशन देने का ऐलान किया है.
उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्रिमंडल विस्तार होने के संकेत मिल रहे हैं. स्वतंत्र देव के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा तेज हो गई है. विधानमंडल सत्र के बाद योगी सरकार का पहला विस्तार हो सकता है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दिल्ली गए थे जहां अमित शाह के घर पर बैठक हुई. इस बैठक में बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा और संगठन महामंत्री बी.एल. संतोष भी मौजूद थे.
प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा 60 मंत्रियों का मंत्रिमंडल बनाया जा सकता है. मार्च 2017 में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बनी सरकार में मुख्यमंत्री सहित 47 मंत्रियों ने शपथ ली थी. इस ढंग से देखा जाए तो मंत्रिमंडल में 13 स्थान पहले से ही खाली थे.
उत्तर प्रदेश के बीजेपी अध्यक्ष नामित किए जाने के अगले दिन स्वतंत्र देव सिंह ने बयान दिया है कि उनकी पार्टी विधानसभा उपचुनाव में सभी 12 सीटें जीतेगी. स्वतंत्र देव ने कहा, ‘‘पार्टी पहले से ही राज्य में मजबूत स्थिति में है. कार्यकर्ताओं का आत्मविश्वास चरम पर है. हम निश्चित तौर पर आगामी उपचुनाव जीतेंगे. लोग केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार और राज्य में योगी आदित्यनाथ सरकार के काम से खुश हैं.’’
यूपी की 12 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की जरूरत इसलिए है, क्योंकि कई मौजूदा विधायक लोकसभा के लिए चुने गए, जबकि हमीरपुर की सीट बीजेपी विधायक अशोक कुमार सिंह चंदेल को अयोग्य करार दिए जाने की वजह से खाली हुई है. चंदेल हत्या के एक मामले में दोषी ठहराए गए थे.
ये भी पढ़ें - यूपी में SP के युवा नेता की हत्या, योगी सरकार पर बरसे अखिलेश यादव
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)