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नागरिकता संशोधन कानून(CAA) को लेकर गुरुवार को देश के कई जगहों पर प्रदर्शन हुए .उत्तरप्रदेश के लखनऊ और संभल में प्रदर्शन तब हिंसक हो गया, जब प्रदर्शनकारियों ने एक सरकारी बस में आग लगा दी. स्थिति को देखते हुए प्रशासन के अगले आदेश तक मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं बंद करने के आदेश दिए हैं.
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ गुरुवार 19 दिसंबर को देश के कई जगहों पर प्रदर्शन देखने को मिला. उत्तर प्रदेश में धारा 144 लागू होने के बाद भी भारी संख्या में लोगों ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया. प्रदर्शनकारियों पर कड़ा रुख अपनाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि दंगाइयों को छोड़ा नहीं जाएगा , उनके खिलाफ सख्त करवाई की जाएगी.
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर लखनऊ में हुए हिंसा के बाद, लखनऊ यूनिवर्सिटी की सभी परीक्षाएं रद्द कर दी गयी है.लखनऊ यूनिवर्सिटी के साथ साथ बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी की भी परीक्षा रद्द कर दी गयी है.
लखनऊ यूनिवर्सिटी ने एक नोटिस जारी कर कहा कि 20 दिसंबर को होने वाली सभी परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया है, ये सभी परीक्षा उसी शेड्यूल पर 26 दिसंबर से होंगी.
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में गुरुवार को CAA को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे समाजवादी पार्टी के 100 कार्यकर्ताओं व नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. दरअसल CAA के विरोध में प्रयागराज के जार्ज टाउन स्थित सपा कार्यालय पर सैकड़ों की तादाद में कार्यकर्ता इकट्ठा हुए,और कचहरी की तरफ मार्च करने की कोशिश की जिस दौरान हल्की नोंक- झोंक के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और पुलिस लाइन ले जाया गया.
नागरिकता कानून के खिलाफ लखनऊ में हुए हिंसक प्रदर्शन में तीन लोगों को गोली लगी. इनमें से इलाज के दौरान एक शख्स की मौत हो गई. CAB के विरोध में लखनऊ में एक प्रदर्शनकारी के मरने की खबर पर उत्तर प्रदेश के DGP, ओपी सिंह ने बताया हमारी तरफ से फायरिंग नहीं की गई. मुझे नहीं पता कि यह मौत कैसे हुई, मुझे नहीं लगता कि इसका इस आंदोलन और पुलिस कार्रवाई से कोई लेना-देना है.
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