advertisement
बिहार के मधुबनी जिले में होली के दिन पांच लोगों की हत्या के मामले में अब सियासत उबाल पर है। बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव मंगलवार को पीड़ित परिवार से मुलााकत की और उन्हें सांत्वना दी। तेजस्वी ने इस घटना को सत्ता संरक्षित और प्रायोजित बताया है। पीड़ित परिवार से मिलने के बाद तेजस्वी ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए सवालिया लहजे में कहा कि इस मामले में एक भी नामजद आरोपी की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई।
उन्होंने कहा, "इस घटना के एक सप्ताह के बाद भी पुलिस प्रशासन और सरकार सोई हुई है। पुलिस दोषियों को गिरफ्तार करने की बजाय उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचा रही है।"
राजद नेता ने कहा कि प्रदेश का दुर्भाग्य है कि ऐसी दर्दनाक घटना के बाद भी मुख्यमंत्री को घटना के बारे में पता ही नहीं होता। उन्होंने इस घटना पर कोई शोक संवेदना और खेद तक प्रकट नहीं किया।
तेजस्वी ने सवाल पूछा, "सत्ता संरक्षण में हुए इस नरसंहार में अगर किसी विधायक, मंत्री तथा उनकी किसी सेना की कोई संलिप्तता नहीं है तो मुख्यमंत्री किसी उच्च अधिकारी के नेतृत्व में विशेष जांच दल का गठन क्यों नहीं करते? मुख्यमंत्री को अविलंब जांच दल का गठन करना चाहिए।"
तेजस्वी ने कहा कि अपराधी का कोई जाति-धर्म नहीं होता। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार से बिहार नहीं संभल रहा। वे थक चुके हैं और अब हार कर अपमानित होकर भी मुख्यमंत्री बने हुए हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में सुशासन नहीं 'राक्षस राज' आ गया है।
उल्लेखनीय है कि मधुबनी के बेनीपट्टी थाना क्षेत्र में होली के दिन यानी 29 मार्च को अंधाधुंध गोलीबारी कर एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में घायल एक व्यक्ति का अभी भी इलाज चल रहा है। विपक्ष इस मामले को लेकर लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साध रहा है।
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)