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मध्य प्रदेश के मुरैना के देवरी गांव स्थित देवरी गौशाला में दो हफ्तों के भीतर करीब 200 गायों की मौत से जिलेभर में हड़कंप मच गया है. इस घटना के बाद से गौ सेवकों में भारी आक्रोश है और गौ सेवकों ने निगम के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए सिविल लाइन थाने में आवेदन भी दिया है.
सैकड़ों कांग्रेसियों ने शहर जिला अध्यक्ष दीपक शर्मा की अगुआई में सिविल लाइन थाने पहुंचकर कहा कि दोषियों पर तत्काल मुकदमा दर्ज हो. देवरी स्थित गौशाला में पिछले 15 दिनों में 200 से अधिक गोवंशों की मौत भूसा न होने के कारण हो गई थी. देवरी गौशाला का संचालन नगर निगम मुरैना करती है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गौशाला पहुंचकर गायों के लिए चारे का इंतजाम भी किया.
निगम कमिश्नर संजीव जैन का कहना है कि गौशाला की गोवंश को रखने की कैपेसिटी 1500 की है, लेकिन इस समय हमारे पास 3000 गोवंश है. रोजाना 10 के लगभग एक्सीडेंटल और घायल, बीमार गोवंश गौशाला लाए जाते हैं, जिनसे उनकी मौत भी हो जाती है.
एक शहर में गायों की मौत पर हंगामा हुआ, तो दूसरी जगह आवारा गायों को ठंड से बचाने के लिए बोरे पहनाए जा रहे हैं. छतरपुर जिले के अनेक थाना क्षेत्रों में आवारा पशुओं को फट्टी बांधकर ठंड से बचाने का प्रयास किया जा रहा है. सिविल लाइन पुलिस ने गायों को जूट की बोरी बांधकर ठंड से बचाने की कोशिश की. करीब 50 गोवंश को बोरियां पहनाईं गईं.
मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने घटना पर कहा कि प्रदेश के कई इलाकों में शीतलहर चल रही है. मिश्रा ने कहा, "छतरपुर से मुरैना तक शीतलहर चलती है. हमारे पुलिस वालों ने जो काम किया है वो सराहनीय है. मैं अनुरोध करूंगा कि सभी जगह ऐसा कर गोमाता का संरक्षण करें."
(इनपुट्स: इजहार हसन)
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