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CBI ने 8 अप्रैल को मुंबई के पुलिस अधिकारी सचिन वझे, पूर्व पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह और दो अन्य से राज्य के पूर्व गृहमंत्री के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के संबंध में पूछताछ की.
यह पूछताछ इस संबंध में दर्ज FIR के आधार पर की गई. जांच से जुड़े सीबीआई के एक सूत्र ने IANS को बताया, "एजेंसी के अधिकारियों ने सचिन वझे के बयान को दर्ज किया है, जो वर्तमान में एनआईए की हिरासत में है."
सूत्र ने कहा कि सीबीआई परमबीर सिंह का बयान भी दर्ज कर रही है, जिसने 20 मार्च को एक पत्र लिखकर राज्य की सियासत में खलबली मचा थी. दोनों के अलावा, एजेंसी ने एसीपी संजय पाटिल और याचिकाकर्ता जयश्री पाटिल का बयान भी दर्ज किया है.
सीबीआई ने 6 अप्रैल की रात को प्राथमिकी दर्ज की थी. मामले की जांच के लिए 6 और 7 अप्रैल को एसपी स्तर के अधिकारी के नेतृत्व वाली सीबीआई की दो टीमें मुंबई पहुंची हैं.
बॉम्बे हाईकोर्ट ने सोमवार को सीबीआई को देशमुख के खिलाफ प्रारंभिक जांच करने का निर्देश दिया। आदेश के तुरंत बाद, देशमुख अपने पद से हट गए. सुप्रीम कोर्ट ने 8 अप्रैल को उच्च न्यायालय के आदेश को चुनौती देने वाली राज्य सरकार और देशमुख की याचिका को खारिज कर दिया था.
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