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महाराष्ट्र के नगर विकास विभाग में क्या सब कुछ ठीक चल रहा है? ऐसे सवाल इसलिए उठ रहे हैं, क्योंकि सामान्य तबादलों पर रोक लगाने की नोटिस जारी होने के बावजूद पुणे और नागपुर विकास प्राधिकरण में ट्रांसफर-पोस्टिंग की गई है. एक मामला तो ऐसा है जो हैरान कर देता है, विजय कुमार गोस्वामी को पुणे विकास प्राधिकरण से ट्रांसफर कर ज्वाइंट डायरेक्टर पद पर नागपुर विकास प्राधिकरण में भेजा गया, ये पद यहां है ही नहीं.
लिहाजा सवाल उठ रहा है कि तबादले में इतनी जल्दबाजी क्यों? और जब पद ही नहीं तो उस स्थान पर तबादला क्यों? अब बीजेपी विधायक ने इस मामले में जांच की मांग की है.
नागपुर विकास प्राधिकरण में ज्वाइंट डायरेक्टर पद मौजूद ही नहीं है जहां विजय कुमार गोस्वामी का तबादला किया गया है. इस बात का खुलासा खुद नागपुर विकास प्राधिकरण के आयुक्त शीतल उगले ने की. उन्होंने इसके लिए 11 मई को नगर विकास सचिव को पत्र लिखकर बताया है और पूछा है कि आगे क्या करना है.
बीजेपी विधायक अतुल भातकालकर ने लोकायुक्त को पत्र लिखकर जांच की मांग की है. भातकालकर ने क्विंट को बताया कि, उन्होंने सीएम उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर 24 घंटें के अंदर इस तबादले पर रोक लगाने की मांग की थी, लेकिन इसके बावजूद अब तक कुछ नहीं हुआ है. इसलिए अब लोकायुक्त का दरवाजा खटखटाया है.
बता दें कि, नगर विकास विभाग शिवसेना के पास है और एकनाथ शिंदे इस विभाग के मंत्री हैं.
पुणे महानगर पालिका के चीफ इंजीनियर विवेक खरवडकर का 8 मई को PMRDA में ट्रांसफर किया गया. खास बात ये है कि खरवडकर फरवरी में ही PMRDA से पुणे महापालिका में आए थे. उन्हें अब PMRDA के प्लानिंग डिपार्टमेंट में भेजा गया है, जबकि पुणे में मौजूद विजय कुमार गोस्वामी को नागपुर विकास प्राधिकरण में ज्वाइंट डायरेक्टर पद पर भेजा गया है. जो पद वहां है ही नहीं. बता दें कि ये मामला उपमुख्यमंत्री अजित पवार के गृह जिले पुणे में सामने आया है, इसलिए राजनीति और गरमा गई है.
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