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संशोधित नागरिकता कानून और संभावित NRC के खिलाफ देश के कई हिस्सों में चल रहे प्रदर्शनों के बीच महाराष्ट्र से कई बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार किए गए हैं. राज्य की एंटी-टेररिज्म स्क्वाड और एंटी-ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने साझा ऑपरेशन में 23 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है. इन नागरिकों को मुंबई के पड़ोसी जिले पालघर के विरार से पकड़ा गया है.
ये गिरफ्तारियां महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे की मुंबई में बड़ी रैली के कुछ दिन बाद हुईं हैं. राज ठाकरे ने इस रैली में देश से अवैध पाकिस्तानी और बांग्लादेशी घुसपैठियों को बाहर निकालने की मांग उठाई थी.
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) ने रविवार 9 फरवरी को पार्टी के नए झंडे और नए एजेंडे के साथ मुंबई में मेगा-मार्च निकाला था. इस मार्च में ठाकरे ने कहा था, "मुझे समझ नहीं आ रहा कि मुस्लिम नागरिकता संशोधन कानून (CAA) का विरोध क्यों कर रहे हैं? जो मुसलमान भारत में पैदा हुए, ये कानून उन लोगों के लिए नहीं है."
विश्लेषकों का कहना है कि इस रैली से राज ठाकरे ने हिंदुत्व के मुद्दे पर शिफ्ट करने की कोशिश की है. MNS, शिवसेना की जमीन को भरना चाहती है और बीजेपी के साथ पैठ बैठाई जा सके. इसी के तहत राज ठाकरे घुसपैठियों का विरोध कर रहे हैं.
मुंबई पुलिस ने MNS को इस रैली की इजाजत नहीं दी थी. पुलिस की ओर से सिर्फ आजाद मैदान में सभा की अनुमति मिली थी.
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