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मंगलुरु एयरपोर्ट पर बम रखने वाले शख्स ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है. बम रखने के आरोपी की पहचान बेरोजगार मेकेनिकल इंजीनियर आदित्य राव के तौर पर हुई है. पुलिस ने कहा कि उसे उस वक्त गिरफ्तार कर लिया गया, जब उसने कर्नाटक के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) कार्यालय पर जाकर सरेंडर किया था.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया, "मंगलुरु अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर सोमवार को एक देसी बम (आईईडी) रखने के मामले में प्रमुख संदिग्ध 36 वर्षीय आदित्य राव को डीजीपी के कार्यालय में सरेंडर करने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया." अधिकारी ने आगे कहा, "राव को जांच के लिए राज्य द्वारा संचालित विक्टोरिया अस्पताल में ले जाया जाएगा और इसके बाद उसे उसकी हिरासत और मामले की जांच के लिए कोर्ट में पेश किया जाएगा."
राज्य के गृहमंत्री बसवराज बोम्मई ने बताया कि पुलिस स्टेशन के पास स्थित राज्य डीजीपी-आईजी (महानिरीक्षक) नीलमणि राजू के ऑफिस में जाकर उसके सरेंडर करने के बाद हलासुरू गेट पुलिस स्टेशन के सर्कल इंस्पेक्टर ने संदिग्ध को गिरफ्तार किया. बोम्मई ने कहा, "संदिग्ध ने मंगलुरु हवाईअड्डे में एक एयरलाइन (इंडिगो) के कार्यालय के बाहर काउंटर पर कुछ बम बनाने वाली सामग्री से भरे एक बैग को रखने की बात को स्वीकार किया है."
प्रारंभिक जांच के अनुसार, राज्य के तटीय इलाके में स्थित तीर्थनगरी उडुपी के मूल निवासी राव ने बेंगलुरू से मंगलुरु तक की यात्रा रातभर एक लॉरी में की और पुलिस को बताने का फैसला किया. पुलिस अधिकारी ने कहा,
सीसीटीवी कैमरे में जिस ऑटोरिक्शा में सवार होकर राव को हवाईअड्डे से बाहर निकलते देखा गया उसके चालक से पूछताछ करने पर पुलिस को उस होटल का पता लगा, जहां आरोपी ठहरा हुआ था और वहां उसने कुछ बम बनाने की सामग्री जैसे कि सफेद पाऊडर भी छोड़कर रखे थे. धिकारी ने बताया, "राव ने पुलिस को बताया कि चूंकि उसे कोई बेहतर काम नहीं मिल रहा था, इसलिए पिछले दो महीने में वह जिस होटल में ठहरा हुआ था, उसी के बिलिंग सेक्शन में काम कर रहा था."
बता दें कि मंगलुरु हवाईअड्डे पर उस वक्त अफरातफरी पैदा हो गई, जब केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) को एयरलाइन के चेकइन काउंटर के नजदीक छोड़ा गया एक काला बैगपैक मिला था. बैग को सोमवार शाम को कंजूर के पास एक खाली स्थान पर ले जाया गया और विशेष बम निरोधी दस्ते ने उसे निष्क्रिय किया. आरोपियों की पहचान करने और उन्हें पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर एक तलाशी अभियान की शुरुआत की गई थी.
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