advertisement
साल 2005 के बाद पहली बार मुंबई में 12 घंटों के भीतर इतनी ज्यादा बारिश हुई है. मुंबई में सोमवार देर रात से हो रही भारी बारिश मुंबईवासियों पर आफत बनकर आई है. वकोला इलाके में नाले के पास बने दो घर बारिश की वजह से ढह गए. घर में मौजूद तीन लोगों के नाले में बहने की खबर मिलते ही बीएमसी ने बचाव कार्य शुरू किया. एक महिला को बचा लिया गया है जबकि 2 लोगों की अब भी तलाश जारी है. बारिश की वजह से कई निचले इलाको में पानी भरने की खबर और तस्वीर सामने आती रही.
कई लोगों के घरों में पानी भर गया, तो माटुंगा और सायन पुलिस स्टेशन भी पानी-पानी हो गया. बीएमसी से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले 24 घंटों में 100 पेड़,10 घरों के दीवार गिरने की घटना सामने आई है. ठाणे में एक व्यक्ति की करंट लगने से मौत हो गई.
अगस्त महीना खत्म होने में अभी 25 दिन बचे है. लेकिन शायद मुंबई में कुछ घंटों के भीतर ही महीने का 50% बारिश दर्ज किया जा चुका है. मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक मुंबई में 1 अगस्त से 4 अगस्त के बीच 293 MM बारिश दर्ज की जा चुकी है. अमूमन मुंबई में अगस्त के महीने में 585 MM बारिश होती है. मौसम विभाग ने चेतावनी जारी कर कहा है कि अगले 48 घंटो में मुंबई और कोंकण में तेज बारिश की आशंका है. लिहाजा कोई महत्वपूर्ण काम ना हो तो घर से बाहर ना निकलें. IMD डिप्टी डायरेक्टर जनरल के एस होलसीकर ने कहा की बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र निर्माण होने की वजह से मुंबई और कोंकण के इलाकों में तेज हवा के साथ तेज बारिश होगी. अगले 48 घंटे महत्वपूर्ण है.
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई शहर की सुविधाओं का ख्याल रखने वाली बीएमसी के दावों की इस साल भी पोल खुल गई. मानसून से पहले बीएमसी ने दावा किया था कि मानसून से पहले सभी काम बीएमसी ने पूरे कर लिए है. हकीकत में ऐसा नहीं दिखा. आपको बता दें कि मुंबई महानगरपालिका का सालाना बजट 34 हजार करोड़ का है, जो गोवा जैसे राज्य से भी ज्यादा है. ऐसे में सवाल ये है कि कब तक लोगों को हर साल बारिश में वही जलभराव का सामना करना पड़ेगा. बीएमसी पर पिछले 25 सालों से शिवसेना का कब्जा है. अब तक बीएमसी करोड़ों रुपये खर्च कर चुकी है लेकिन आज भी हाईटाइड के वक्त मुंबई के निचले इलाके का पानी समंदर में नहीं पंप हो सकता, जिसकी वजह से सड़कें तालाब का रूप ले लेती हैं.
बीएमसी में विपक्ष में बैठी बीजेपी ने भी बीएमसी से सवाल पूछा है कि ऐसा कब तक होगा? मुंबई के लोगों को कब जलभराव से मुक्ति मिलेगी. मुंबई बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष आशीष शेलार ने इस मामले में ट्वीट भी किया.
उधर बारिश के बाद मुंबई की महापौर भी ग्राउंड जीरो पर उतरीं. जलभराव वाले इलाकों में पहुंचकर जायजा लिया और अधिकारियों को निर्देश भी दिए.
वही पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे भी बीएमसी कमिश्नर इकबाल चहल के साथ मुंबई के कई इलाकों का दौरा करते नजर आए. बीएमसी ने जो देर शाम को जानकारी दी है उसके मुताबिक कई जगहों पर सुबह के वक्त जो जलभराव हुआ था वहां से पानी निकल चुका है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)