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लोक आस्था का पर्व छठ रविवार की सुबह उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही संपन्न हो गया. चार दिवसीय इस अनुष्ठान के चौथे दिन अर्घ्य के बाद व्रतियों ने अन्न जल ग्रहण कर 'पारण' किया. छठ पर्व को लेकर चार दिनों तक पूरा बिहार भक्तिमय रहा. मुहल्लों से लेकर गंगा तटों तक यानी पूरे इलाके में छठ पूजा के पारंपरिक गीत गूंजते रहे. राजधानी पटना की सभी सड़कों को दुल्हन की तरह सजाया गया. राजधानी के मुख्य सड़कों से लेकर गलियों तक की सफाई की गई. आम से लेकर खास वर्ग तक के लोग सड़कों की सफाई में व्यस्त रहे. पटना में कई पूजा समितियों द्वारा भगवान भास्कर की मूर्ति स्थापित की गई. पूरा माहौल छठमय रहा. कई स्थानों पर तोरण द्वार लगाए गए, तो कई पूजा समितियों द्वारा लाइटिंग की व्यवस्था की गई.
मुजफ्फरपुर, सासाराम, मुंगेर, खगड़िया, भागलपुर, बेतिया, मोतिहारी सहित सभी जिलों के गांव से लेकर शहर तक लोग छठ पर्व की भक्ति में डूबे रहे. गुरुवार को 'नहाय-खाय' के साथ लोक आस्था का यह महापर्व शुरू हुआ था.
बिहार के विभिन्न इलाकों में रविवार को संपन्न छठ पूजा के दौरान दीवार गिरने, भगदड़ मचने और डूबने की अलग- अलग घटनाओं में 18 बच्चों सहित 30 लोगों की मौत हो गई. पुलिस ने यह जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि शनिवार और रविवार को दो महिलाओं की मौत दीवार गिरने से, दो बच्चों की मौत भगदड़ में और 16 बच्चों सहित 26 लोगों की मौत विभिन्न जिलों में डूबने से हो गई. पुलिस ने बताया कि समस्तीपुर जिले के बड़गांव में रविवार सुबह काली मंदिर की दीवार गिरने से छठ पूजा देख रहीं दो महिला श्रद्धालुओं की मौत हो गई तथा चार लोग घायल हुए हैं. हसनपुर के थानाध्यक्ष चंद्रकांत गौरी ने बताया कि हादसा सुबह लगभग साढ़े छह बजे उस समय हुआ जब श्रद्धालु सुबह का अर्घ्य देकर लौटने की तैयारी कर रहे थे. उन्होंने बताया कि हादसे से अफरातफरी मच गई और बाद में मलबे से दो मृतकों सहित करीब छह महिलाओं को निकाला गया.
आधिकारिक सूत्रों ने माना कि स्थानीय प्रशासन की उम्मीदों से कहीं अधिक लोग सूर्य मंदिर छठ पूजा के लिए पहुंच गए जिसकी वजह से भगदड़ की स्थिति पैदा हुई. डूबने की घटनाओं में समस्तीपुर के खजुरी गांव में 35 वर्षीय व्यक्ति की मौत हुई. इसकी जानकारी सरायरंजन के ब्लॉक विकास अधिकारी गंगासागर सिंह ने दी.
बेगूसराय जिले के अंतर्गत साहेबपुर कमाल और मुफस्सिल थाना क्षेत्र में तीन बच्चों की मौत तालाब में डूबने से हुई जबकि दो अन्य को घोताखोरों ने बचा लिया. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बेगूसराय जिले में शनिवार शाम चार लोगों की मौत डूबने से हुई जबकि एक अब भी लापता है जिसकी तलाश की जा रही है.
चार दिवसीय छठ महापर्व का समापन रविवार सुबह गंगा और अन्य नदियों, तलाबों के किनारे लाखों व्रतियों की ओर से उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के साथ संपन्न हो गया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना में घाटों का निरीक्षण किया था और सूर्य उपासना के इस पर्व पर लोगों को शुभकानाएं देने के साथ राज्य और देश में शांति, संपन्नता एवं विकास की कामना की थी
बिहार की मंत्री बीमा भारती के बेटे की कुछ लोगों ने मधेपुरा जिले में रविवार को पिटाई कर दी. पुलिस अधीक्षक संजय कुमार ने बताया कि बिहार की गन्ना विकास मंत्री बीमा भारती के बेटे राजकुमार और उनके चचेरे भाई संजय कुमार के साथ भटगामा गांव के पास कुछ लोगों ने मारपीट की. पुलिस ने बताया कि दोनों को इलाज के लिए चौसा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया. मामले में एक एफआईआर दर्ज की गयी है. प्राथमिकी के मुताबिक, राजकुमार अपने एक दोस्त को श्रीपुर गांव में छोड़ने के बाद घर लौट रहे थे. उसी दौरान तीन लोगों ने उनकी एसयूवी को रोक दिया. गाड़ी से उतारकर रिवाल्वर से राजकुमार और उनके चचेरे भाई की पिटाई की गयी.
मंत्री ने अपने बेटे के साथ मारपीट के मामले में शामिल लोगों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की. उन्होंने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की. बीमा भारती पूर्णिया जिले में रूपौली से जेडीयू विधायक हैं.
राजधानी में वायु प्रदूषण की स्थिति गंभीर हो गई है. पिछले दो दिनों से लगातार एयर क्वालिटी इंडेक्स (पीएम-2.5) 400 से ज्यादा है. यह एक्यूआई लोगों की सेहत के लिए हानिकारक है. छठ पूजा के पहले अर्घ्य के दिन से हवा में प्रदूषण अधिक मात्रा में आ चुका है. शनिवार से ही लोग आंखों में जलन महसूस कर रहे हैं. 2-3 नवंबर को एयर क्वालिटी इंडेक्स ने रिकॉर्ड तोड़ा. दो नवंबर की रात तक एक्यूआई का स्तर 428 था, जबकि 3 नवंबर की रात 8 बजे तक औसतन एक्यूआई स्तर 414 मापा गया. 25 अक्टूबर को एक्यूआई स्तर 103 था, जबकि 10 दिन बाद तीन नवंबर को 414 है, जो करीब 4 गुना हो गया.
संभावना है कि 5 नवंबर तक एयर क्वालिटी इंडेक्स स्तर 350-414 के बीच रहेगा. इसके बाद इसमें कमी आने की उम्मीद है. एक्यूआई 0 से 50 के बीच अच्छा, 51 से 100 के बीच संतोषजनक, 101 से 200 मध्यम, 201 से 300 खराब, 301 से 400 तक बेहद खराब और 400 के ऊपर खतरनाक माना जाता है.
(इनपुट: IANS और भाषा)
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