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Qपटना: प्रशांत के फॉर्मूले पर JDU में मतभेद, ठंड से ठिठुरा बिहार

Qपटना में पढ़िए बिहार की सभी प्रमुख खबरें

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Qपटना में पढ़िए बिहार की सभी प्रमुख खबरें
(फोटो: altered by Quint Hindi)

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बिहार चुनाव के लिए प्रशांत किशोर के 'फॉर्मूले' से JDU में मतभेद

भारतीय जनता पार्टी के साथ अपने संबंधों को लेकर जनता दल यूनाइटेड के अंदर सोमवार को तीखे मतभेद उभरकर सामने आ गए. जेडीयू के एक शीर्ष नेता ने आगामी विधानसभा चुनावों के लिए सीट बंटवारे के फॉर्मूले पर प्रशांत किशोर के ‘असमय’ बयान को लेकर असहमति जताई. सत्तारूढ़ जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) और राज्यसभा में पार्टी के नेता आरसीपी सिंह ने पार्टी उपाध्यक्ष किशोर की मुखरता से उस वक्त असहमति जताई, जब गया में पत्रकारों ने उनसे टिप्पणी करने को कहा.
आरसीपी सिंह गया में बूथ स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में गए थे. उन्होंने कहा, "कुछ लोगों की हर समय बयान देने की आदत होती है. मेरे पास उनके बारे में कहने के लिए ज्यादा कुछ नहीं है लेकिन यह असमय है. उन्हें समय से पहले ऐसे विषय उठाने से बचना चाहिए."

आरसीपी सिंह को नीतीश के उन कुछ चुनिंदा लोगों में एक समझा जाता है, जो उनके आंख-कान हैं. सिंह का चुनावी रणनीतिकार किशोर से मधुर संबंध नहीं रहा है, जो पिछले साल सितंबर में जेडीयू के प्राथमिक सदस्य बने थे और बाद में कुछ हफ्तों के अंदर उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नियुक्त कर दिया गया था.

सिंह ने कहा, "2020 के चुनाव के बारे में दो चीजें स्पष्ट हैं, पहला यह कि चुनाव नीतीश बाबू के नेतृत्व में लड़ा जाएगा. दूसरा यह कि सीट बंटवारा कोई ऐसी चीज नहीं है, जिस पर मीडिया की मौजूदगी के बीच फैसला लिया जाए." सिंह ने कहा, ‘लोकसभा चुनाव के दौरान यह दिखा कि एनडीए के सभी घटक दलों के नेताओं ने एक स्वीकार्य फॉर्मूले पर फैसला किया और बाद में उसे सार्वजनिक किया गया था.’

बीजेपी के वरिष्ठ नेता नंदकिशोर यादव ने प्रशांत किशोर के बयान पर कहा कि सीट बंटवारे पर दिया बयान पार्टी का बयान नहीं है, इसीलिए यह गैरजरूरी बयान है.

बिहार चुनाव के लिए सीट बंटवारे पर दलों में अभी से चकचक

बिहार विधानसभा का चुनाव अगले साल होना है, लेकिन सीट बंटवारे को लेकर दोनों गठबंधनों में अभी से चकचक शुरू हो गई है. झारखंड चुनाव में सफलता से उत्साहित कांग्रेस जहां विपक्षी महागठबंधन में जल्द सीट बंटवारे को लेकर दबाव बनाए हुए है, वहीं सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में जेडीयू के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने लोकसभा चुनाव की तरह 50-50 के अनुपात में सीट बंटवारे को नकार दिया है. झारखंड में जीत से उत्साहित कांग्रेस पार्टी अब बिहार में पूरी मजबूती के साथ चुनावी मैदान में उतरना चाहती है और इसी के मद्देनजर उसने आरजेडी नेतृत्व से कह दिया है कि वह विधानसभा चुनाव से करीब छह महीने पहले सीट बंटवारे के बारे में फैसला करना चाहती है, ताकि चुनाव की तैयारी करने का समय मिल सके.
पार्टी के उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस लोकसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर आखिरी समय तक चली खींचतान जैसी स्थिति से विधानसभा चुनाव में बचना चाहती है. कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, "हमने आरजेडी को अवगत कराया है कि सीट बंटवारे पर अगर पांच-छह महीने पहले ही फैसला हो जाएगा तो गठबंधन के लिए स्थिति ज्यादा मजबूत रहेगी, क्योंकि पार्टियों को अपनी तैयारी और रणनीति के लिए पूरा समय मिलेगा."
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सदानंद सिंह लोकसभा चुनाव में हार के कारण के विषय में कई बार सीट बंटवारे को लेकर अपनी बात कह चुके हैं. ऐसे में कांग्रेस विधानसभा चुनाव में इस बार गलती करने के मूड में नहीं है. हालांकि, इस पर आरजेडी ने अभी अपना रुख साफ नहीं किया है.

लोकसभा चुनाव में आरजेडी, कांग्रेस, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा, विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) और आरएलएसपी साथ मिलकर लड़े थे, लेकिन राज्य की 40 सीटों में कांग्रेस को सिर्फ किशनगंज में जीत मिली. बाकी 39 सीटों पर विरोधी दल के गठबंधन ने जीत हासिल की थी. माना जा रहा है कि चुनाव के पहले सीट बंटवारे को लेकर दबाव की रणनीति के तहत इस तरह की पैंतरेबाजी हो रही है.

बीजेपी नीत एनडीए में भी सीट बंटवारे को लेकर पैतरेबाजी शुरू हो गई है. जेडीयू के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने कहा है कि जेडीयू बिहार में बड़े भाई की भूमिका में रहेगा, इसलिए उसे विधानसभा चुनाव में 50 प्रतिशत से ज्यादा सीटें मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को सीट बंटवारे के दौरान जेडीयू के प्रस्ताव पर पहले विचार करना चाहिए. उन्होंने कहा है कि बीजेपी से सीट बंटवारे को लेकर अनुपात 1-3 या 1-4 का ही रहेगा.
प्रशांत किशोर ने बीजेपी-जेडीयू के बीच 2010 के बिहार विधानसभा चुनाव में बने सीट बंटवारे के फॉर्मूले का हवाला देकर 2020 में टिकट बंटवारे की बात कही है. उस वक्त जेडीयू 142 सीटों पर और बीजेपी 101 सीटों पर चुनाव लड़ी थी. तब एनडीए में एलजेपी नहीं थी.
प्रशांत के इस बयान के बाद बिहार की सियासत गरम हो गई है. प्रशांत के सीट बंटवारे के बयान पर बीजेपी नेता नितिन नवीन ने कहा कि सीट बंटवारे पर आखिरी फैसला पार्टी हाई कमान को लेना है, तो फिर यह समझ से परे है कि इस मुद्दे पर प्रशांत किशोर ऐसी बयानबाजी क्यों कर रहे हैं?

बीजेपी के वरिष्ठ नेता नंदकिशोर यादव ने प्रशांत किशोर के बयान पर कहा कि सीट बंटवारे पर दिया बयान पार्टी का बयान नहीं है, इसीलिए यह गैरजरूरी बयान है.

जल-जीवन-हरियाली अभियान में पैसे की कमी नहीं होने दी जाएगी : नीतीश

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को तेजी से बदलते मौसम के दुष्प्रभावों से मुक्ति पाने के लिए लगातार कोशिश किए जाने की अपील करते हुए कहा कि बिहार में जल-जीवन-हरियाली अभियान को शुरू किया गया है, और इसकी महत्ता को आम लोगों को समझाने की जरूरत है. नीतीश ने कहा कि इस अभियान पर तीन वर्षो में 24 हजार 524 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे, और जरूरत के मुताबिक राशि में बढ़ोतरी भी की जा सकती है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में पटना प्रमंडल स्तरीय समीक्षा बैठक के अंतर्गत पटना, नालंदा, भोजपुर, कैमूर, बक्सर एवं रोहतास जिलों की जल-जीवन-हरियाली अभियान से संबंधित समीक्षा बैठक की गई.
समीक्षा बैठक में सार्वजनिक कुंओं, चापाकल, आहर, पईन का जीर्णोद्घार, नलकूपों, कुओं और चापाकल के किनारे सोख्ता निर्माण, जल संरक्षण संरचना, छोटी-छोटी नदियों, नालों, पहाड़ी क्षेत्रों में चेकडैम और जल संचयन के अन्य ढांचों का निर्माण, नए जल स्रोतों का सृजन, सरकारी भवनों में छत वर्षा जल संचयन से संबंधित जानकारी दी गई.

बैठक में नीतीश कुमार ने कहा कि इस अभियान के तहत राज्य स्तर पर सलाहकार समिति और जिला स्तर पर जिला सलाहकार समिति का गठन किया गया है.

उन्होंने कहा, "जीवन-हरियाली अभियान की महत्ता को समझना होगा. आने वाली पीढ़ी के लिए हम सबको मिलकर काम करना होगा. विकास के काम तो किए ही जा रहे हैं, किए जाते भी रहेंगे लेकिन क्लाइमेट चेंज पर हर पल काम करते रहना होगा." मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक में शामिल लोगों से कहा कि 19 जनवरी, 2020 को दिन के 11.30 बजे से 12 बजे तक पुरुष, महिला, युवा सभी को मानव श्रृंखला में शामिल होने के लिए आप सब प्रेरित करें. उन्होंने कहा कि 16 हजार किलोमीटर से ज्यादा लंबी मानव श्रृंखला बनाने का लक्ष्य रखा गया है.

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ठंड से ठिठुरा बिहार, गया में तापमान 2.4 डिग्री सेल्सियस

पटना सहित पूरे बिहार में चल रही पछुआ हवा और छाए कोहरे के कारण ठिठुरन बढ़ गई है. बिहार के गया का सोमवार को न्यूनतम तापमान लुढ़ककर 2.4 डिग्री सेल्सियस हो गया. पटना मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, पटना का सोमवार का न्यूनतम तापमान 7.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि भागलपुर का 6.0 डिग्री और पूर्णिया का 6.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. इधर, पटना मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों के मुताबिक, अगले एक-दो दिन तक ठंड से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है. वैज्ञानिकों के मुताबिक, "आगे मौसम अभी और सर्द होने वाला है. पटना, गया सहित कई शहर सुबह शाम घने कोहरे की चपेट में रहेंगे. सीमांचल में एक पखवारे में अभी ठंड से राहत मिलने की संभावना नहीं है. अधिकतम तापमान 15 से 17 डिग्री सेल्सियस के बीच बने रहने की संभावना है."

केंद्र के मुताबिक, कुछ इलाकों में दोपहर को हल्की धूप से राहत मिल सकती है, लेकिन शाम से देर सुबह तक ठंड चरम पर होगा. कुछ इलाकों में एक और दो जनवरी को हल्की बारिश भी हो सकती है.

सोमवार को पटना का अधिकतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा. पटना का रविवार को अधिकतम तापमान 15़ 3 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 6़ 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. कोहरे के कारण ट्रेनों का परिचालन भी प्रभावित हुआ है. ज्यादातर ट्रेनें कोहरे के कारण देर से चल रही हैं.

नेपाल बॉर्डर से संदिग्ध विदेशी नागरिक गिरफ्तार

बिहार के पूर्वी चंपारण के रक्सौल से आव्रजन कार्यालय के अधिकारियों द्वारा पकड़ा गया विदेशी नागरिक पिछले 11 सालों से भारत में रह रहा था. ये विदेशी नागरिक बौद्ध भिक्षु के वेश में था और नेपाल जा रहा था. पुलिस पकड़े गए व्यक्ति से पूछताछ कर रही है. आव्रजन विभाग के एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि अधिकारियों ने रविवार को भारत-नेपाल मैत्री बस सेवा की जांच की. इस दौरान बगैर भारतीय वीजा संन्यासी के वेश में ईरान के एक नागरिक अहमद के पुत्र हेमेड अकबरी (40) को शक के आधार पर पकड़ा गया है. यह खुद को तेहरान का रहने वाला बता रहा है.

रक्सौल के सहायक आव्रजन अधिकारी प्रेम कुमार सिंह ने बताया कि पूछताछ के दौरान उसने बताया कि वह फिलहाल बोधगया में रह रहा था. उन्होंने बताया कि विदेशी नागरिक के पास से ईरानी पासपोर्ट बरामद किया गया है. उस पर जारी करने की तिथि 22 जून, 2018 और उसकी समाप्ति 22 जून, 2023 लिखी है.

उसके पास से संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त (यूएनएचसीआर) का कार्ड भी मिला है, जिसकी वैधता 13 जून, 2020 है. उस पर पता तेहरान, ईरान का लिखा हुआ है. उन्होंने बताया कि खुफिया एजेंसी के अधिकारी भी गिरफ्तार विदेशी नागरिक से पूछताछ कर रहे हैं. पूछताछ के दौरान उसने कबूल किया है कि वह 11 सालों से भारत में रह रहा है.

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Published: 31 Dec 2019,06:37 AM IST

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