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लोकसभा चुनाव के पांचवें फेज के तहत बिहार के पांच लोकसभा क्षेत्रों सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, हाजीपुर और सारण आज मतदान हो रहा है. इन संसदीय क्षेत्रों में निष्पक्ष मतदान के लिए 65,000 कार्मिक और 4349 माइक्रो ऑब्जर्वर चुनावी ड्यूटी में तैनाती किये जाने के साथ 400 जगहों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गयी है.
पांचवें चरण के संसदीय क्षेत्रों में चुनाव लड़ने वाले कुल 82 प्रत्याशियों में छह महिला उम्मीदवार शामिल हैं. इनमें सीतामढ़ी से 20, मधुबनी से 17, मुजफ्फरपुर से 22, सारण से 12 और हाजीपुर से 11 उम्मीदवार हैं. पांचवें चरण में मतदान के दौरान आज कुल 87,66,722 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. कुल मतदाताओं में 46,62,380 पुरुष मतदाता, 40,87,242 महिला मतदाता और 225 थर्ड जेंडर मतदाता हैं.
आज के इस वोटिंग में पूर्व कांग्रेस नेता शकील अहमद, बीजेपी राजीव प्रताप रूडी, लालू यादव के समधी चन्द्रिका राय और पशुपति कुमार पारस जैसे दिग्गज उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला वोटिंग मशीन में बंद हो जायेगा.
हाजीपुर संसदीय क्षेत्र में पांचवें चरण के दौरान वोट डाले जा रहे हैं. लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक रामविलास पासवान की ये परंपरागत सीट रही है. इस लोकसभा चुनाव में एनडीए ने उनके भाई पशुपति कुमार पारस को इस सीट से मैदान में उतारा है. वहीं, विपक्षी दलों के महागठबंधन ने राष्ट्रीय जनता दल के नेता शिवचंद्र राम को प्रत्याशी बनाया है.
यहां से कुल 11 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला दोनों गठबंधनों के बीच माना जा रहा है. पिछले चुनाव में यहां से रामविलास पासवान ने कांग्रेस प्रत्याशी संजीव कुमार टोनी को पराजित कर आठवीं बार हाजीपुर से जीत दर्ज की थी.
1817 लाख से ज्यादा मतदाताओं वाले हाजीपुर संसदीय क्षेत्र में हाजीपुर, लालगंज, महुआ, राजापाकर, राघोपुर तथा महनार विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं. टिकट बंटवारे से नाराज चल रहे लालू प्रसाद के बड़े पुत्र तेज प्रताप यादव ने आरजेडी उम्मीदवार शिवचंद्र राम के लिए परेशानी खड़ी कर दी है. कहा जा रहा है कि वह यहां से बालेन्द्र दास का समर्थन कर रहे हैं, जबकि एनसीपी ने यहां से पूर्व मंत्री दसई चौधरी और बीएसपी ने उमेश दास को टिकट दिया है.
बिहार के उपमुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने आरजेडी नेता राबड़ी देवी पर इमोशनल ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि चार चरण के मतदान के बाद जब महामिलावटी गठबंधन की नाव डूबती नजर आ रही है, तब राबड़ी देवी मतदाताओं की इमोशनल ब्लैकमेलिंग के लिए चिट्ठी लिख रही हैं.
सवालों की धार तेज करते हुए सुशील मोदी ने राबड़ी देवी से पूछा कि अपने सजायाफ्ता-पति को पीड़ित की तरह दिखाने के लिए चुनाव के समय चिट्ठी लिख कर सहानुभूति क्यों पाना चाहती हैं?
सुशील मोदी ने आरजेडी के शासनकाल में हुए घटनाओं की याद दिलाते हुए राबड़ी देवी पर सीधा हमला बोला. उन्होंने कहा कि आरजेडी के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन ने सीवान में पत्रकार राजदेव रंजन और व्यवसायी चंदा बाबू के तीन बेटों सहित जिन कई लोगों की हत्याएं करवाईं, उनके शोक-संतप्त परिजनों के लिए न कभी राबड़ी देवी की भावनाएं जगीं, न उन्होंने कोई चिट्ठी लिखी.
राष्ट्रीय जनता दल से नाराज चल रहे लालू प्रसाद यादव के बड़े लड़के तेज प्रताप यादव आये दिन अपने कारनामों से पार्टी की चिंता बढ़ाते रहते हैं. कभी किसी उम्मीदवार को लेकर तो कभी अपने ससुर को लेकर. वजह चाहे जो भी हो, मगर इस लोकसभा चुनाव के सबसे अहम दौर में वो अक्सर अपने विरोधियों को हमला करने का आसान मौका देते रहते हैं.
ताजा मामला दानापुर में पार्टी कार्यालय के उद्घाटन का है. बताया जा रहा है कि इस कार्यक्रम में शामिल होने अपनी मां राबड़ी देवी के साथ तेज प्रताप यादव भी पहुंचे. कार्यालय के उद्घाटन के दौरान वहां लगाये गये बैनर पर न तो तेज प्रताप यादव का नाम था और न ही उनकी फोटो लगाई गई थी. बस इसी बात को लेकर वो भड़क गए और कार्यालय में कार्यकर्ताओं के साथ धक्का-मुक्की पर उतारू हो गए.
लोकसभा के चुनावी मौसम में डकैती का एक अलग ही नजारा सामने आया है. बिहार के सीवान जिले से एक ऐसी अजीबोगरीब खबर आई है, जिससे पुलिस भी हैरत में है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सीवान जिले में डकैतों ने दरवाजा खुलवाने के लिए पहले 'मोदी-मोदी' के नारे लगाए और फिर उसके बाद डकैती कर सारा सामान लूट ले गये. इतना ही नहीं, विरोध करने पर परिजनों की जमकर पिटाई भी कर दी.
पीड़ित परिवार के सदस्य उपेंद्र राज के मुताबिक, अपराधियों ने घर के बाहर 'मोदी-मोदी' का नारा लगाया. इसे सुनकर घरवालों को लगा कि कोई प्रचार करने वाला है. उन्होंने जैसे ही दरवाजा खोला बदमाश घर के अंदर घुस आए. घर के अंदर आते ही डकैतों ने घरवालों को जमकर पीटा, जिसमें दो महिला और दो पुरुष गंभीर रूप से घायल हो गए. उसके बाद डकैतों ने घर में रखे लाखों का सामान लेकर फरार हो गए.
घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. हालांकि अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है.
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