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बिहार में विपक्षी महागठबंधन ने लोकसभा चुनाव के लिए रविवार को पांच और उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की. प्रदेश की 40 लोकसभा सीटों में से महागठबंधन ने अब तक नौ सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की है. राष्ट्रीय जनता दल ने अपने मौजूदा सांसद शैलेश कुमार उर्फ बुलो मंडल को भागलपुर से और जय प्रकाश नारायण को बांका संसदीय निर्वाचन क्षेत्र से दोबारा चुनाव मैदान में उतारा है.
कांग्रेस ने उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह को पूर्णिया से उम्मीदवार बनाया है. सिंह दो दिन पहले भारतीय जनता पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए हैं. कांग्रेस ने पार्टी विधायक जावेद आलम को किशनगंज से और तारिक अनवर को कटिहार से चुनाव मैदान में उतारा है. कांग्रेस ने वर्ष 2014 में किशनगंज लोकसभा सीट जीती थी, लेकिन सांसद मौलाना असरारुल हक का कुछ महीने पहले निधन हो गया.
महागठबंधन ने पिछले शुक्रवार को बिहार में सीटों के बंटवारे का ऐलान किया था. इसके मुताबिक, आरजेडी प्रदेश में 20 सीटों पर चुनाव लड़ेगा, जबकि कांग्रेस नौ सीटों पर. बाकी सीटों पर उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी और महागठबंधन में शामिल अन्य दल अपने उम्मीदवार उतारेंगे.
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) ने लोकसभा चुनाव के लिए रविवार को जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार को बिहार के बेगूसराय से चुनाव मैदान में उतारने की औपचारिक घोषणा की. सीपीआई की राज्य इकाई के सचिव सत्यनारायण सिंह ने पटना में कहा, "कन्हैया बेगूसराय से सीपीआई के उम्मीदवार होंगे."
राष्ट्रीय जनता दल, कांग्रेस और अन्य दलों के महागठबंधन द्वारा सीपीआई को बेगूसराय सीट नहीं दिए जाने के दो दिन बाद यह घोषणा हुई है. आरजेडी ने तनवीर हसन को फिर बेगूसराय से चुनाव मैदान में उतारा है. हसन 2014 में चुनाव हार गए थे.
देश के विभिन्न हिस्सों में बीजेपी-आरएसएस के खिलाफ जनसभाएं करते रहे कन्हैया कुमार ने पटना में रविवार को मीडिया से कहा कि उनकी मुख्य लड़ाई गिरिराज सिंह से है, न कि आरजेडी से. बीजेपी कन्हैया कुमार को 'देशद्रोही' के रूप में प्रचारित करती रही है, लेकिन उन पर आरोप साबित करवाने में अब तक नाकामयाब रही है.
आम आदमी पार्टी ने रविवार को घोषणा की, कि वह बिहार और उत्तर प्रदेश में तीन-तीन सीटों पर चुनाव लड़ेगी. आप ने अपने उम्मीदवारों की भी घोषणा कर दी है. आप नेता संजय सिंह ने कई ट्वीट्स कर बताया कि उत्तर प्रदेश में पार्टी सहारनपुर, गौतमबुद्ध नगर व अलीगढ़ से चुनाव लड़ेगी.सिंह ने कहा, "आप की राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) ने उत्तर प्रदेश में तीन नामों को मंजूरी दी है. सहारनपुर से योगेश दाहिया, गौतमबुद्ध नगर से प्रोफेसर श्वेता शर्मा व अलीगढ़ से सतीश चंद शर्मा आप के उम्मीदवार होंगे." सहारनपुर व गौतमबुद्ध नगर में सात चरण के आम चुनावों के पहले चरण में 11 अप्रैल को मतदान होंगे, जबकि अलीगढ़ में 18 अप्रैल को मतदान होंगे.
संजय सिंह ने यह भी कहा कि बिहार में पार्टी तीन सीटों- किशनगंज, सीतामढ़ी व भागलपुर से चुनाव लड़ेगी. सिंह ने कहा कि किशनगंज से अलीमुद्दीन अंसारी, सीतामढ़ी से रघुनाथ कुमार और भागलपुर से ई.सत्येंद्र कुमार, आप के उम्मीदवार होंगे. किशनगंज और भागलपुर में दूसरे चरण में 18 अप्रैल को मतदान होंगे, जबकि सीतामढ़ी में पांचवें चरण में 6 मई को चुनाव होंगे.
बता दें कि आप दिल्ली, गोवा, हरियाणा और पंजाब में सभी सीटों पर चुनाव लड़ रही है. पार्टी ने दिल्ली की सभी सात सीटों पर व गोवा की दो सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है.
बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के सीट बंटवारे में बांका लोकसभा सीट जेडीयू के कोटे में जाने से नाराज बीजेपी की पूर्व सांसद पुतुल कुमारी सोमवार को बतौर निर्दलीय प्रत्याशी नामांकन पर्चा दाखिल करेंगी. पूर्व केंद्रीय मंत्री दिग्विजय सिंह की पत्नी पुतुल कुमारी ने बांका में रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा-
उन्होंने कहा कि बांका सीट एनडीए के घटक जेडीयू के कोटे में जाने से यहां के कार्यकर्ता नाराज हैं. पुतुल कुमारी ने कहा कि उनकी बेटी अंतर्राष्ट्रीय शूटर श्रेयसी सिंह भी उनके प्रचार में उतरेंगी और लोगों से वोट मांगेंगी.
पिछले लोकसभा चुनाव में आरजेडी के जय प्रकाश नारायण यादव ने बीजेपी की पुतुल कुमारी को इस सीट से हराया था. इस बार यह सीट जेडीयू के कोटे में चली गई है. जेडीयू ने यहां से गिरधारी यादव को अपना उम्मीदवार बनाया है. बिहार के एनडीए में बीजेपी और जेडीयू 17-17, जबकि एलजेपी 6 सीटों पर चुनाव लड़ रही है.
मधेपुरा से सांसद और जनअधिकार पार्टी के संरक्षक पप्पू यादव ने रविवार को कहा कि वह कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं और इस बारे में अब कांग्रेस नेतृत्व को फैसला करना है. राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कहा, ‘‘अगर कांग्रेस नेतृत्व चाहेगा, तब हम निश्चित रूप से कांग्रेस में शामिल होने के लिये तैयार हैं. देश और मानवता को बचाना महत्वपूर्ण है और सभी समान विचारधारा वाले लोगों और दलों को एकजुट होना चाहिए. अब कांग्रेस नेतृत्व को तय करना है.’’
बीजेपी पर निशाना साधते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि देश में आज किसान और युवा संकट से दौर से गुजर रहे हैं, आर्थिक स्थिति कमजोर है. ऐसे में देश में बदलाव की जरूरत है. यह पूछे जाने पर कि मधेपुरा से महागठबंधन के उम्मीदवार के तौर पर शरद यादव का चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है, ऐसे में उनकी रणनीति क्या होगी, पप्पू यादव ने कहा, ‘‘गठबंधन के हित में जो भी जरूरी होगा, वह करेंगे.’’
बता दें कि पप्पू यादव ने 2014 का लोकसभा चुनाव आरजेडी के टिकट पर लड़ा था. हालांकि नेतृत्व से मतभेद के कारण उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था. यादव की पत्नी रंजीत रंजन सुपौल सीट से कांग्रेस पार्टी की सांसद हैं.
(इनपुट: PTI / IANS)
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