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पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए बिहार के दो सपूतों को श्रद्धांजलि देने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को बेगूसराय पहुंचे. श्रद्धांजलि देते हुए मोदी ने कहा कि इस घटना के बाद जो आग जनता के दिल में है, वही आग उनके दिल में भी है. इस मौके पर प्रधानमंत्री ने पटना मेट्रो रेल परियोजना का शिलान्यास सहित बिहार को 33 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की परियोजनाओं की सौगात दी. इस मौके पर बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान सहित कई केंद्रीय मंत्री और नेता उपस्थित रहे.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को 'प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा' नामक जगदीशपुर-हल्दिया और बोकारो-धामरा प्राकृतिक गैस पाइपलाइन परियोजना का प्रथम चरण राष्ट्र को समर्पित किया.इसके अलावा प्रधानमंत्री ने पटना में शहर गैस वितरण (सीजीडी) नेटवर्क का उद्घाटन किया. इसके तहत घरेलू ग्राहकों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों जैसे होटल, रेस्तरां, उद्योग आदि को पाइप्ड प्राकृतिक गैस (पीएनजी) की आपूर्ति की जाएगी.परिवहन क्षेत्र के लिए सीएनजी स्टेशनों के माध्यम से संपीड़ित प्राकृतिक गैस (सीएनजी) की आपूर्ति की जाएगी. 'प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा' प्रथम चरण की नींव 25 जुलाई, 2015 को पटना में डाली गई थी. 585 किलोमीटर लंबे फूलपुर-दोभी-बरौनी खंड के साथ पटना और वाराणसी तक इसकी स्परलाइनें पूरी कर ली गई हैं.
बिहार में जाति आधारित राजनीति कोई नई बात नहीं है, लेकिन लोकसभा चुनाव की आहट मिलने के साथ ही सभी दल जातियों के नाम पर मतदाताओं को अपने पक्ष में करने में जुट गए हैं.बीजेपी की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन हो या राष्ट्रीय जनता दल की महागठबंधन, दोनों गठबंधनों के बीच पिछड़े वर्ग से आने वाले मतदाताओं को लुभाने की होड़ मची हुई है.
आरजेडी आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य वर्ग को 10 प्रतिशत आरक्षण दिए जाने के बाद बीजेपी को ऊंची जाति की पार्टी साबित करने में भी लगी है.
उपमुख्यमंत्री और बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने हालांकि जाति आधारित राजनीति की बात से इंकार किया है. उन्होंने कहा कि भाजपा का मूलमंत्र 'सबका साथ, सबका विकास' का रहा है.
जनता दल (युनाइटेड) पहले ही पूरे राज्य में अपने 'अति पिछड़ा प्रकोष्ठ' का जिलास्तरीय सम्मेलन आयोजित कर पिछड़े वर्ग के मतदाताओं से जुड़ने की कोशिश कर चुकी है. वैसे कई चुनावों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अत्यंत पिछड़े वर्ग के मतदाताओं को अपने पक्ष में करने में कामयाब रहे हैं.
राज्य के गया जिले में सीआरपीएफ के जवानों, उनके परिवारवालों ने पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों की याद में कैंडल मार्च निकाला. इस शांति मार्च में जिले के आम लोगों ने भी बड़ी संख्या में हिस्सा लिया. इसके अलावा राज्य के अन्य हिस्सों से भी शहीदों के याद में श्रद्धांजलि सभा और कैंडल मार्च के आयोजन की खबर है. कई स्वयंसेवी संगठनों ने शहीद के बच्चों की पढ़ाई-लिखाई का पूरा खर्च उठाने की बात कही है.
बेगूसराय के सीपीआई जिला कार्यकारिणी ने आगामी लोकसभा चुनाव के प्रत्याशी के रूप में जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार के नाम पर अपनी सहमति जताई है. बिहार के प्रस्तावित महागठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर अभी कोई भी घोषणा नहीं की गयी है. लेफ्ट पार्टियां अपने को महागठबंधन के दलों के भरमार के बीच तस्वीर साफ नहीं होती देख छह सीटों पर अपनी तैयारी में जुट गयी है.
लोकसभा चुनाव 2019 की तारीख करीब आती जा रही है और RJD, कांग्रेस गठबंधन को महागठबंधन के आकार तक पहुंचाना आसान नहीं है. अबतक कांग्रेस और जीतन राम मांझी ने 20-20 सीटों का दावा ठोक रखा है. ऐसे में अन्य दलों को साथ लाना तो दूर की बात है. उनसे बात करने से भी परेहज किया जा रहा है.
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