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बिहार में कोरोना संक्रमितों की संख्या सोमवार को और बढ़ गई है. सोमवार को कोविड-19 के 138 नए मरीजों की पहचान हुई, जिससे राज्य में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,945 तक पहुंच गई. राज्य में अब तक 23 कोरोना वायरस संक्रमितों की मौत हो चुकी है. राज्य स्वास्थ्य विभाग के जारी कोरोना बुलेटिन के मुताबिक, सोमवार को राज्य के विभिन्न जिलों में 138 संक्रमितों की पहचान की गई. स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने बताया, "अब तक कुल 78,090 नमूनों की जांच की जा चुकी है. पिछले 24 घंटे में 221 लोग स्वस्थ होकर अपने घर लौटे हैं.
उन्होंने कहा कि प्रवासी मजदूरों के आने का सिलसिला शुरू होने के बाद राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या में तेजी से बढ़ी है. तीन मई के बाद 2,743 प्रवासी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इसमें महाराष्ट्र से 677, दिल्ली से 628, गुजरात से 405, हरियाणा से 237, उत्तर प्रदेश से 149 सहित अन्य राज्यों से आने वाले प्रवासी श्रमिक शामिल हैं
इस साल के अंत में संभावित विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव प्रचार का बिगुल अगले सप्ताह फूंकने की तैयारी कर ली है. केंद्रीय गृहमंत्री और बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह नौ जून से प्रचार की शुरुआत करेंगे.
बिहार बीजेपी अध्यक्ष, संजय जायसवाल ने सोमवार को बताया कि पार्टी के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह वीडियो कन्फ्रेंस, फेसबुक लाइव के जरिए एक सभा को संबोधित करेंगे, उन्होंने कहा कि इस वर्चुअल सभा की पूरी तैयारी कर ली गई है.
राष्ट्रीय जनता दल 9 जून को 'गरीब अधिकार दिवस' मनाएगा. इसकी घोषणा करते हुए आरजेडी नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सोमवार को कहा कि देश में कोरोना मरीजों की संख्या लगभग दो लाख तक पहुंच गई है, गरीब पैदल चलकर भूखे मर रहे हैं, लेकिन बीजेपी 9 जून को डिजिटल रैली निकालेगी और राजद का आयोजन उसी का जवाब है.
उन्होंने कहा कि बीजेपी दुनिया की पहली ऐसी पार्टी है जो अपने लोगों के मरने पर जश्न मना रही है. तेजस्वी ने कहा, "जिस दिन बीजेपी गरीबों की मौत का जश्न मनाएगी उसी दिन प्रतिकार में हम 'गरीब अधिकार दिवस' मनाएंगे."
तेजस्वी ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "बीजेपी और जदयू सिर्फ अपनी सत्ता की भूख मिटाना चाहती है, लेकिन हम गरीबों-मजदूरों के पेट की भूख मिटाना चाहते हैं. 9 जून को सभी बिहारवासी अपने-अपने घरों में थाली, कटोरा और ग्लास बजाएंगे. बाहर से लौटे सभी श्रमिक भाई भी थाली-कटोरा बजाकर चैन से नींद में सो रही बिहार सरकार को जगाएंगे. "
तेजस्वी ने कहा,-
कोरोना वायरस संक्रमण के बादल अभी छंटे नहीं हैं, लेकिन सरकार द्वारा अनलॉक 1 की घोषणा के बाद सोमवार को लोग अपनी जिंदगी को सामान्य करने की कवायद में जुट गए हैं. लोग अनलॉक के पहले दिन कार्यालय खुलने के बाद सड़कों पर निकले. सड़कों पर वाहनों की भीड़ दिखी, बाजारों में चहल-पहल दिखी. लोग एहतियात बरतते हुए खुद को संक्रमण से बचाते हुए दिखे, हालांकि कई बाजारों में सोशल डिस्टिेंसिंग का मखौल उड़ता भी दिखा.
सरकार के दिशा-निर्देश के अनुसार, सरकारी कार्यालय के साथ ही निजी कार्यालय खुल गए हैं, अधिकांश लोग अपने ऑफिस पहुंचे. लेकिन लोगों में अभी भी कोरोना को लेकर भय है.
हाल ही में मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें एक महिला प्रवासी मजदूर के शव की चादर से उसका बच्चा खेलता नजर आ रहा था.
इस घटना ने देश को हिलाकर रख दिया था. इस वीडियो के बाद शाहरुख खान और उनके मीर फाउंडेशन ने बच्चे की मदद और वित्तीय सहायता की पेशकश की है, जिसकी देखभाल अब दादा-दादी करेंगे. मीर फाउंडेशन ने पोस्ट किया, "हैशटैगमीरफाउंडेशन उन सभी का शुक्रगुजार है, जिन्होंने उस बच्चे तक पहुंचने में हमारी मदद की, जिसके दिल दहला देने वाले वीडियो, जिसमें वह अपनी मां को जगाने की कोशिश करता है, ने सभी को झकझोर कर रख दिया. अब हम उसकी मदद कर रहे हैं और वह अपने दादा की देखरेख में है."
वीडियो में बिहार के मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन पर एक बच्चा अपनी मृत मां के ऊपर ओढ़ाए गए चादर से खेलता नजर आ रहा है. अरविना खातून नामक 35 साल की महिला प्लेटफॉर्म पर मृत अवस्था में नजर आ रही है, और उसके सामान से भरे दो बैग भी उसके पास रखे हुए हैं. महिला और उसके दो छोटे बच्चे 25 मई को अहमदाबाद से श्रमिक स्पेशल ट्रेन से आए थे.
(इनपुट IANS)
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