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राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने प्रेमचंद्र गुप्ता और अमरेंद्र धारी सिंह को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया है. इस बात की घोषणा गुरुवार सुबह RJD ने पटना में की. RJD के प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया.
RJD की इस बाबत एकतरफा घोषणा चौकाने वाली है. ऐसा इसलिए है कि कांग्रेस लगातार अपने उम्मीदवार के लिए RJD पर दबाव बनाए हुए थी. खुद बिहार के कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने पत्र लिखकर RJD को अपना वादा निभाने को कहा था. लेकिन कांग्रेस की तरफ से लगातार बन रहे दबाव के बाद भी RJD प्रमुख लालू यादव ने अपने खास लोगों को राज्यसभा भेजना का फैसला किया.
अमरेंद्रधारी सिंह को राज्यसभा टिकट दिए जाने पर जन अधिकार पार्टी के संस्थापक पप्पू यादव ने RJD पर तंज कसा है. पप्पू यादव ने कहा है कि, RJD आर्थिक आधार पर गरीब सवर्णों के आरक्षण का विरोध करती है. वही RJD आर्थिक आधार पर धनकुबेर सवर्ण के लिए राज्यसभा में सीट आरक्षित कर देती है.
बिहार के गया जंक्शन पर गुरुवार शाम जापान के रहने वाले एक शख्स की कोरोनावायरस से पीड़ित संदिग्ध मरीज के रूप में पहचान की गई है. वह पुरुषोत्तम एक्सप्रेस में सफर कर रहा था. इसी दौरान ट्रेन से उतार कर उसे मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है.
जापानी युवक पुरुषोत्तम एक्सप्रेस से दिल्ली से चला था जो मुगलसराय होते हुए पुरी की ओर जा रहा था, जिसे जुकाम और बुखार का लक्षण मिलते ही उसे गया रेलवे जंक्शन पर उतारा गया
राष्ट्रीय जनता दल(RJD) ने राज्यसभा के दो प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया है. एक प्रेमचंद्र गुप्ता और दूसरा नाम अमरेंद्रधारी सिंह का है. अमरेंद्रधारी सिंह के नाम के ऐलान ने बिहार की राजनीति में खलबली मचा दी है. ये ना तो राजनीति का जाना-माना चेहरा हैं और ना ही कभी किसी ने राजनीतिक महकमे में उनका नाम सुना था. अब लोगों के मन में सवाल है कि आखिर कौन हैं अमरेंद्रधारी सिंह, जिनपर RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने इतना भरोसा जताया है.
राज्यसभा चुनाव के लिए अमरेंद्रधारी सिंह का नाम सभी के लिए चौंकाने वाला है. इस नाम को RJD के कई नेता भी नहीं जानते हैं. अमरेंद्रधारी सिंह पटना जिले के विक्रम के रहने वाले हैं और अहमद पटेल के काफी करीबी माने जाते हैं. वो एक बड़े व्यवसायी और जमींदार है. पाटलिपुत्र कॉलोनी में उनका बड़ा आलीशान घर है. पटना के पालीगंज के अंइखन गांव में एक हजार बीघा जमीन के मालिक हैं. 55 साल के अमरेंद्रधारी सिंह ने अबतक शादी नहीं की है. उनका रियल एस्टेट समेत 13 देशों में फर्टिलाइजर और केमिकल के इंपोर्ट का व्यवसाय है.
बिहार सरकार ने कोरोनावायरस के प्रकोप को देखते हुए एहतियात के कौर पर राज्य के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन स्थगित कर दिया है. इन केंद्रों पर 13 मार्च से लेकर अगले आदेश तक काम बंद रहेंगे. बच्चों का शैक्षणिक कार्यक्रम भी स्थगित रहेगा, लेकिन पके हुए गर्म भोजन का वितरण नियमानुसार होगा.
संचालन कब तक बंद रहेगा, इस मामले में शुक्रवार को होने वाली उच्च स्तरीय बैठक में निर्णय लिया जाएगा.
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