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बिहार में पोस्टर वॉर थमने का नाम नहीं ले रहा है. नीतीश के लापता पोस्टर से लेकर तेजस्वी के रथ को राक्षस बताये जाने वाले पोस्टर तक ये सिलसिला जारी है. मगर इस बार पोस्टर वॉर में एक नया चेहरा उभर कर सामने आया है. पटना की सड़कों पर गुरुवार को राहुल गांधी के पोस्टर लगाए गए, जिस पर लिखा था, “आरक्षण खत्म नहीं होने देंगे अवतार.”
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर का कार्यक्रम 'बात बिहार की' बिहार में लॉन्च होते ही पहले ही दिन हिट हो गया. गुरुवार शाम 5 बजे तक इस कार्यक्रम से जुड़ने वाले लोगों की संख्या तीन लाख 32 हजार को पार कर गई.
'बात बिहार की' कार्यक्रम उन लोगों के रजिस्ट्रेशन के साथ शुरू हुई, जो कार्यक्रम से जुड़कर, समान विचारधारा वाले लोगों के एक ऐसे समूह का हिस्सा बनना चाहते हैं, जो अगले 10-15 वर्षो में बिहार को देश के टॉप 10 राज्यों में देखना चाहते हैं.
जन-गण-मन यात्रा के 21वे दिन सीपीआई नेता और पूर्व JNU छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने पूर्णिया और किशनगंज में जनसभा को सम्बोधित किया. केन्द्र सरकार पर हमला करते हुए कन्हैया ने कहा कि-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहारी व्यंजन लिट्टी चोखा का स्वाद लिए जाने के बाद बिहार की सियासत गर्म हो गई है. विपक्ष इसे बिहार चुनाव से जोड़कर देख रहा है. बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने भी प्रधानमंत्री के लिट्टी चोखा खाने पर तंज कसा है. RJD के नेता और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव ने प्रधानमंत्री के एक ट्वीट को री-ट्वीट करते हुए अपने अंदाज में लिखा, “कतनो खईब लिट्टी चोखा, बिहार ना भुली राउर धोखा!”
JDU के पूर्व नेता शरद यादव ने बिहार में विपक्षी दलों के महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद के लिए खुद के संभावित उम्मीदवार होने की संभावना से इंकार करते हुए RJD नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व पर भरोसा जताया है.
शरद यादव ने इस साल के अंत में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर विपक्षी दलों के महागठबंधन में मुख्यमंत्री पद के लिए उम्मीदवारी की ओर इशारा करते हुए कहा, “हमारे चेहरे का जहां तक सवाल है, विधानसभा चुनाव के लिए तेजस्वी ही हमारा नेतृत्व करंगे . राजद सबसे बड़ी पार्टी है. विपक्ष के नेता भी वह हैं.”
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