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बिहार में बुधवार को आईं जांच रिपोर्टों में कोरोना वायरस से संक्रमित 37 लोगों की पुष्टि हुई, जिससे राज्य में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 403 पहुंच गई है. राज्य स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि बुधवार को राज्य के विभिन्न जिलों के रहने वाले 37 लोगों के कोविड 19 से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है, जिससे राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या 403 पहुंच गई है.
उन्होंने बताया कि पॉजिटिव पाए गए लोगों में पटना के 3, रोहतास के 3, बक्सर के 14, बेगूसराय और भोजपुर के 2-2, दरभंगा के 4, पश्चिम चंपारण के 5 तथा औरंगाबाद, वैशाली, मधेपुरा और सीतामढ़ी के एक-एक व्यक्ति शामिल हैं. बक्सर में बुधवार को पॉजिटिव पाए जाने वालों में छह महीने और एक साल की बच्ची भी शामिल है. राज्य में अब तक 21,468 से ज्यादा नमूनों की जांच हो चुकी है.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों, छात्र-छात्राओं, श्रद्घालुओं, पर्यटकों और लोगों के आवागमन को लेकर केन्द्र सरकार के दिशानिर्देशों में दी गई छूट के लिए सरकार को धन्यवाद दिया है.
नीतीश ने कहा, "यह निर्णय स्वागतयोग्य है. हम लोगों का आग्रह था और उस पर केन्द्र सरकार ने सकारात्मक निर्णय लिया है. इससे बड़ी संख्या में दूसरे राज्यों में फंसे हुए बिहार आने को इच्छुक प्रवासी मजदूरों, छात्र-छात्राओं, श्रद्घालुओं, पर्यटकों और अन्य लोगों को यहां आने में सुविधा होगी और उन्हें बड़ी राहत मिलेगी"
मख्यमंत्री ने कहा है कि केन्द्र सरकार के जारी दिशानिर्देश का अनुपालन जनहित में है और सबको इसका पालन करना चाहिए. बता दें कि बिहार के युवक रोजगार के लिए अन्य राज्यों में गए थे,कोरोना संक्रमण रोकने के लिए उठाए गए एहतहयाती कदमों के बाद उन्हीं राज्यों में फंसे गए हैं.
बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के पकड़ीदयाल थाना क्षेत्र में कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने के लिए एहतियाती नियमों का पालन करवाने गई पुलिस टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया, जिससे .एक महिला पुलिसकर्मी सहित पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि बुधवार को पुलिस टीम पकड़ीदयाल के सिसहनी गांव पहुंची, तो गांव के बाजार में कुछ लोग बगैर मास्क लगाए घूम रहे थे. इसी बीच एक युवक बगैर मास्क और हेलमेट के बाइक चलाते पुलिस के पास पहुंच गया. पुलिस ने उसे भी बिना जरूरी काम के नहीं निकलने की नसीहत देते हुए हेलमेट नहीं पहनने पर टोका, टोकने पर युवक पुलिस से बहस करने लगा.
इसी बीच, गांव के लोगों ने लाठी, डंडे से पुलिस टीम पर हमला कर दिया. टीम में कई महिलाएं भी शामिल थीं. इस घटना में एक महिला पुलिसकर्मी सहित पांच पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिनमें से तीन को ज्यादा चोटें लगी हैं.
पूर्वी चंपाराण के पुलिस अधीक्षक नवीन चंद्र झा ने बताया कि सभी घायलों का इलाज करवा दिया गया है, उन्होंने बताया कि गांव में अनुमंडल पुलिस अधिकारी के नेतृत्व में छापामारी अभियान चलाया जा रहा है, इस हमले में शामिल 30 लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है.
आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को पैरोल पर रिहा करने की लगातार मांग हो रही है. उमके बेटे और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने अपने पिता लालू प्रसाद के स्वास्थ्य को लेकर चिंता जताई है. अब बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के प्रमुख जीतनराम मांझी ने कहा कि लालू प्रसाद को इस कोरोना के दौर में उनके स्वास्थ्य को देखते हुए पैरोल देनी चाहिए.
इधर, युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ललन कुमार और कांग्रेस नेता ब्रजेश पांडेय ने कहा कि आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव का इलाज कर रहे डक्टर का कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने की खबर चिंताजनक है,
कोरोना वायरस के संक्रमण के दौर में भी बिहार में राजनीति जारी है. इसी क्रम में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने अन्य राज्यों में फंसे बिहार मजदूरों को लाने की मांग और राशन वितरण में हो रही धांधली को लेकर मजदूर दिवस के दिन यानी एक मई को उपवास पर बैठने की घोषणा की है.
तेजस्वी यादव ने बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए ट्वीट कर लिखा, "पांच ही तो काम करने थे बिहार सरकार को इस महासंकट में। 'अप्रवासी मजदूरों की घर बुलाई, चुप कराना भूखे बच्चों की रुलाई, हर बिहारी को राशन और दवाई, सरकार इतना भी नहीं कर पाई.' आपकी बहानेबाजी में 35 दिन बीत गए अब अप्रवासी कामगारों को अविलंब वापस बुलाओ."
तेजस्वी ने एक मई को उपवास करने की घोषणा करते हुए ट्वीट करते हुए लिखा, "राजद द्वारा बिहार सरकार की मजदूरों के प्रति अमानवीय नीतियों, गरीबों के राशन कार्ड एवं राशन वितरण में हो रही धांधलियों के विरुद्घ 1 मई, अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस पर अपने-अपने घरों से सांकेतिक उपवास और सुबह 10 से 12 बजे तक शारीरिक दूरी बनाते हुए अनशन के जरिए विरोध प्रकट किया जाएगा.
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